राज्य के जशपुर जिले के पत्थलगांव में आज सुबह सौ से अधिक आक्रोशित किसानों ने कई टन टमाटर सड़क पर फेंक कर चक्का जाम करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि फसल की सही कीमत नहीं मिलने के कारण टमाटर नष्ट करने का निर्णय लिया गया। स्थानीय व्यापारी सिंडीकेट बनाकर पचास पैसे प्रति किलो में भी टमाटर नहीं खरीद कर उनका शोषण कर रहे है।
जशपुर जिले की कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने इन आरोपों से इंकार किया कि नोटबंदी के कारण टमाटर नहीं बिक पाने से किसानों ने टमाटर सडकों पर फेंका है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष टमाटर का उत्पादन ज्यादा होने के कारण स्थानीय बाजार में कीमत और मांग कम हुई है। जिला प्रशासन पड़ोसी राज्य ओडिशा के बरगढ़ जिले के बाजार में टमाटर बिक्री की नयी संभावनाओं की जानकारी ले रहा है।
शुक्ला ने स्थानीय निकायों को निर्देश दिया है कि वे फिलहाल टमाटर किसानों से स्थानीय कर और शुल्क न लेंवे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के समझाने के बाद किसानों ने चक्का जाम खत्म कर दिया है। जशपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने आज राष्ट्रपति को ग्यापन भेजकर छत्तीसगढ़ में धान की तरह टमाटर का समर्थन मूल्य घोषित करने और राज्य शासन द्वारा टमाटर खरीदने की मांग की है।
भाषा