चारा घोटाला से जुड़े दुमका कोषागार मामले में फैसला गुरुवार को टाल दिया गया है। अब सीबीआई की विशेष अदालत शुक्रवार को फैसला सुना सकती है। इसमें बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और डॉ. जगन्नाथ मिश्र सहित 31 आरोपी हैं। अदालत ने 5 मार्च को सुनवाई पूरी कर ली थी।
बता दें कि लालू पर चारा घोटाले के 6 केस दर्ज हैं। तीन मामले में सजा सुनाई जा चुकी है। वे फिलहाल रांची की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं।
जनवरी 1996 में लगभग 950 करोड़ रुपए का चारा घोटाला सामने आया था। 1990 के दशक में चारा पूर्ति के नाम पर सरकारी कोषागार से ऐसी कंपनियों को पैसे जारी किए गए जो थी ही नहीं। यह घोटाला हुआ तब लालू बिहार के मुख्यमंत्री थे। उनके पास वित्त मंत्रालय भी था। आरोप है कि उन्होंने पद का अनुचित इस्तेमाल करते हुए मामले की जांच के लिए आई फाइल को 5 जुलाई 1994 से 1 फरवरी 1996 तक अटकाए रखा। 2 फरवरी 1996 को जांच का आदेश दिया।