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पुलिस को हाईकोर्ट की फटकार, योगेंद्र यादव रिहा

सोमवार रात योगेंद्र यादव और उनके स्वराज अभियान के साथियों की जंतर मंतर से की गई गिरफ्तारी की शैली पर आज दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जमकर फटकार लगाई। अदालत ने इस तरह से शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोक कर गिरफ्तार करने और नाजायज तरीके से बिना मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए देर तक बिलावजह हिरासत में रखने पर पुलिस पर सख्त टिप्पणी की।
पुलिस को हाईकोर्ट की फटकार, योगेंद्र यादव रिहा

नयी दिल्ली। जंतर मंतर पर किसानों के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे आप के पूर्व नेता योगेन्द्र यादव और उनके स्वराज अभियान के कार्यकर्ताओं की आधी रात को गिरफ्तारी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई है। हालांकि सोमवार की रात गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को यादव और उनके अन्य कार्यकर्ताओं को एक मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने छोड़ दिया था।

 

आधी रात को इस तरह से गिरफ्तारी पर यादव ने पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाया था। जिसके बाद मंगलवार को स्वराज अभियान के नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने दिल्ली हाईकोर्ट में योगेंद्र यादव की गिरफ्तारी को चुनौती दी थी। प्रशांत भूषण की याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए योगेंद्र यादव समेत स्वराज अभियान के कार्यकर्ताओं की देर रात की गई गिरफ्तारी को असंवैधानिक करार दिया। साथ ही न्यायाधीश कैलाश गंभीर और पी एस तेजी की खंडपीठ ने यादव और उनके साथियों को गिरफ्तारी के बहुत देर बाद विशेष मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने पर भी पुलिस को फटकार लगाई।

सुनवाई के दौरान खंडपीठ ने दिल्ली पुलिस कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि जब आपने गिरफ्तारी आधी रात को ही कर ली थी तो रात से लेकर आज सुबह तक आपने इन लोगों को मजिस्ट्रेट के सामने क्यों नहीं पेश किया?   

 

कोर्ट की टिप्पणी के बाद आउटलुक से बातचीत में अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि कल रात से आज तक की दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर अदालत ने नाराजगी जताते हुए इसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के मौलिक अधिकारों का हनन बताया। प्रशांत भूषण ने दिल्ली पुलिस की कारर्वाई को बर्बर करार देते हुए कहा कि जो भी लोग इस अवैध हिरासत के लिए जिम्मेदार हैं उनके विरुद्ध कड़ी कारर्वाई की जानी चाहिए।

वहीं योगेंद्र यादव ने पुलिस की कारर्वाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम अपने मार्च को लेकर रेस कोर्स रोड की ओर आगे नहीं बढ़े थे। हमारी योजना एक हल के साथ 15 अगस्त तक जंतर-मंतर पर एक सांकेतिक प्रदर्शन करने की थी। तो क्या अब एक हल के साथ खड़े होना भी अपराध हो गया?

उन्होंने कहा कि उनके और आप विधायक पंकज पुष्कर के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ स्वराज अभियान प्राथमिकी दर्ज कराने पर विचार कर रहा है।

गौरतलब है कि दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के किसानों की समस्याओं पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे स्वराज अभियान के कई कार्यकर्तओं के साथ योगेंद्र यादव को पुलिस ने सोमवार आधी रात को गिरफ्तार कर लिया था। यादव के साथ इस प्रदर्शन में भाग लेने देश के कई हिस्सों से किसान दिल्ली आए हुए हैं।  

 

 

 

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