भारतीय वायुसेना अब महिलाओं को लड़ाकू विमानों की कमान सौंपने की योजना बना रही है। यह जानकारी वायुसेना प्रमुख अरूप राहा ने दी है। भारतीय वायुसेना की 83वीं वर्षगांठ के जश्न के अवसर पर एयर चीफ मार्शल राहा ने कहा, हमारे यहां महिलाएं परिवहन विमान और हेलीकाॅप्टरों को पहले से ही उड़ा रही हैं। अब भारत की युवा महिलाओं की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम उन्हें लड़ाकू विमान ईकाई में भी नियुक्त करने की योजना बना रहे हैं।
देश की तीनों सेवाओं में से भारतीय वायुसेना ही पहली सेवा है, जिसमें महिलाओं को लड़ाकू शाखा में शामिल करने की योजना बनाई जा रही है। यह कदम वैश्विक चलन के अनुरूप है और यह भारतीय वायुसेना के समक्ष चल रही लड़ाकू विमान शाखा में अधिकारियों की कमी की समस्या से उबरने में भी मदद करेगा।
इससे पहले तीनों सेवाएं महिलाओं को लड़ाकू भूमिका में लेने के विचार से सहमत नहीं थी। फिलहाल भारतीय वायुसेना सात क्षेत्राें में महिलाओं को तैनात करती है। ये क्षेत्र हैं- प्रशासन, साजोसामान, मौसम विभाग, नेविगेशन, शिक्षा, एयरोनाॅटिकल इंजीनियरिंग-मैकेनिकल और इलेक्टिकल और अकाउंट्स। एयरफोर्स में इस समय लगभग 1500 महिलाएं तैनात हैं। इनमें से 94 पायलट हैं और 14 नेविगेटर हैं।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    