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शोपियां में सुरक्षाबलों ने मार गिराए 2 आतंकी, इस साल अब तक 103 आतंकी ढेर, 75 फीसदी स्थानीय

जम्मू कश्मीर के शोपियां इलाके में मुठभेड़ में सेना के जवानों ने दो आतंकवादी मार गिराए हैं। आतंकियों...
शोपियां में सुरक्षाबलों ने मार गिराए 2 आतंकी, इस साल अब तक 103 आतंकी ढेर, 75 फीसदी स्थानीय

जम्मू कश्मीर के शोपियां इलाके में मुठभेड़ में सेना के जवानों ने दो आतंकवादी मार गिराए हैं। आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर हमला बोला था, जिसके बाद सेना ने मोर्चा संभालते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। बता दें कि इस साल अब तक घाटी में 103 आतंकवादी मारे जा चुके हैं जिसमें 75 फीसदी स्थानीय थे। वहीं नई भर्तियां चिंता की वजह बनी हुई है।

शोपियां के चित्रगाम इलाके में आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर हमला कर दिया था। इसके बाद जवानों ने जवाबी गोलीबारी की और दो आतंकियों को ढेर कर दिया। फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मारे गए दोनों आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

साल के पहले पांच महीने में कश्मीर में 103 आतंकियों का सफाया

इस वर्ष अभी पांच महीने ही बीते हैं और 100 आतंकवादियों को ढेर किया जाए चुका है। सुरक्षा बलों का निशाना बने इन 100 आंतकवादियों में 23 विदेशी आतंकवादी भी शामिल हैं। हालांकि, नए आतंकवादियों की भर्ती सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का सबब बना है।

अधिकारियों के मुताबिक, इस साल 31 मई तक 101 आतंकी मारे गए जिनमें 23 विदेशी और 78 स्थानीय आतंकी शामिल हैं। मारे गए आतंकवादियों में सबसे अधिक संख्या शोपियां से है जहां 16 स्थानीय आतंकियों सहित 25 आतंकवादी मारे गए। पुलवामा में 15, अवंतीपुरा में 14 और कुलगाम में 12 आतंकी ढेर हुए।

नई भर्तियों ने बढ़ाई चिंता

इस साल जिन आतंकियों का घाटी से खात्मा हुआ है, उनमें अलकायदा से जुड़े आतंकी गुट अंसार गजवात-उल-हिंद का प्रमुख जाकिर मूसा जैसे टॉप कमांडर शामिल हैं। हालांकि दक्षिण कश्मीर के इन अति संवेदनशील क्षेत्रों से युवाओं के विभिन्न आतंकी समूहों में शामिल होने का सिलसिला भी जारी है। अधिकारियों के मुताबिक, मार्च महीने से 50 युवक कई आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं। उनके अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को उन नए आतंकियों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रोकने का कारगर तरीका खोजना होगा। अधिकारियों के अनुसार, हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों के अंसार गजवात-उल-हिंद में शामिल होने के मामले बढ़े हैं।

घुसपैठ में भी वृद्धि

अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठ भी बढ़ रही है और कुछ आतंकी जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी जिलों तथा कश्मीर घाटी में एलओसी (नियंत्रण रेखा) से आतंकी घुसपैठ में कामयाब रहे। इससे सुरक्षा बलों के लिए बहुत चिंताजनक स्थिति पैदा हो गई है जो खुद को इस महीने के आखिर में शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा के लिए तैयार कर रहे हैं। घाटी में 2010-2013 के मुकाबले 2014 से युवाओं के हथियार उठाने के मामले बढ़े हैं।

एजेंसी इनपुट्स

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