भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव को कम करने के लिए लगातार कोशिश की जारी है। इसी कड़ी में कल यानी मंगलवार को पूर्वी लद्दाख के चुशूल में दोनों देशों के बीच कोर कमांडर-स्तर की वार्ता होगी।
ये वार्ता मुख्य रूप से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ विघटन के दूसरे चरण की प्रक्रिया को लेकर होगी। भारतीय सेना के अधिकारियों की तरफ से सोमवार को ये जानकारी दी गई है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) पहले ही गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और गलवान घाटी से सैनिकों को पीछे कर चुकी है। भारत की तरफ से इस बात पर जोर दिया जा रहे है कि चीन फिंगर एरिया में अपने सैनिक को वापस ले।
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बीते महीने 15-16 जून को पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुए हिंसक झड़प में भारत के बीस सैनिक शहीद हो गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस बीच तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच कई स्तर की बैठक हुईं है। वहीं, बीते दिनों दोनों देशों के बीच हुई बैठक में कई बातों पर सहमती बनी।
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