केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को बेंगलुरु के एमनेस्टी इंटरनेशलल के कार्यालय पर छापा मारा। सीबीआई की ये छापेमारी विदेशी सहायता नियमन अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन को लेकर हुई है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ग्रुप पर नियमों का उल्लंघन करते हुए विदेशी फंडिंग हासिल करने का आरोप है। बता दें कि एमनेस्टी इंटरनेशनल मानवाधिकार के लिए काम करने वाली संस्था है।
छापेमारी की घटना को लेकर एमनेस्टी ने कहा, केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शुक्रवार को बेंगलुरु और नई दिल्ली में एमनेस्टी इंटरनेशनल ट्रस्ट के मामले में एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालयों पर छापेमारी की। भारत में मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ एमनेस्टी इंडिया जब जब खड़ा हुआ और बोला तब तब उसका उत्पीड़न किया गया। एमनेस्टी इंडिया भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पूरी प्रकार पालन करता है। दुनिया की तरह भारत में भी हमारा काम मानवाधिकारों के लिए लड़ना है। हमारे मूल्य वहीं हैं जो भारतीय संविधान में बहुवाद, सहिष्णुता आदि के लिए निहित हैं।
ईडी ने भी दिया था नोटिस
सितंबर महीने में एमनेस्टी इंटरनेशनल की भारतीय इकाई की ओर से विदेशी मुद्रा नियमों का उल्लंघन करने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच के बाद उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया था। अफसरों ने कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी के एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी ने मूल कंपनी एमनेस्टी इंटरनेशनल यूके को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत नियमों का उल्लंघन कर 51.72 करोड़ रुपये लेने पर नोटिस जारी किया।