दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर पूरे देश की नजर केंद्रित है। विपक्ष एनडीए की अगुवाई वाली नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने में लगी है। इस बीच पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर कई हमले किए हैं। इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ कहा कि बीजेपी को बहुमत मिलती है तो ये लोगों को मारने की इजाजत नहीं देता है। ममता ने किसानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को लेकर कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया है कि किसान बिल को जल्दबाजी में लाया गया है और कोरोना के दौरान उसे ध्वनि मत से पारित कराया गया।
आगे ममता ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर राज्य सरकारों से कोई राय नहीं ली गई थी। भारत एक देश, एक पार्टी नहीं हो सकता है। पीएम मोदी भारत को वन मैन शो की तरह नहीं चला सकते। ममता ने कहा कि राजीव गांधी सरकार के पास भी प्रचंड बहुमत था। वह रोज एक देश, एक पार्टी की बात कहते थे। उन्होंने आगे कहा कि मेरे पंजाबी भाई-बहन एकजुट हैं। देश के अन्य हिस्सों में भी और बंगाल में भी। देखिए उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन और अरविंद केजरीवाल क्या कह रहे हैं। हम सब साथ हैं।
टीएमसी प्रमुख ने अपने इंटरव्यू में कहा कि किसान आंदोलन में कोई नेता नहीं है। किसान खुद लड़ रहे हैं। ममता ने कहा कि मेरे भैया अमित शाह ने कहा कि उनके पास 51 लाख व्हाट्सएप ग्रुप हैं, इसलिए वह किसानों को बदनाम करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ने राज्य बनाम केंद्र की लड़ाई पर कहा कि, केंद्र ने राज्य की सभी शक्तियों पर कब्जा कर लिया है। संघीय ढांचे को गिराया जा रहा है। हर दिन, वो एक राष्ट्र एक पार्टी कहते हैं। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव पर ममता ने कहा कि मैं बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहती हूं। यहां के गवर्नर का सम्मान है, लेकिन वो सीएम से ऊपर नहीं हैं। ममता ने कहा कि मैं दंगा, हत्याएं और हिंसा नहीं चाहती, जो बीजेपी करती है। मैं गवर्नर के प्रति सम्मान रखती हूं। मैं उन्हें दोष नहीं देती क्योंकि उनको निर्देश दिए जाते हैं। टीएमसी प्रमुख ने कहा कि राज्यपाल एक नॉमिनेटेड व्यक्ति होता है, जबकि मुख्यमंत्री निर्वाचित होता है।