कुछ राज्यों में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने शुरू हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर छूट के बाद लोगों की कोविड नियमों को लेकर लापरवाही भी सामने आने लगी है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं। पूर्वोत्तर के कई राज्यों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई और मंगलवार इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा भी की। पहाड़ी इलाकों में हाल के दिनों में जो तस्वीर सामने आई उस पर भी पीएम मोदी ने चिंता जताई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के कुछ जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। हमें और सतर्क रहने की जरूरत है और लोगों को भी लगातार सतर्क करते रहना पड़ेगा। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हमें माइक्रो स्तर पर और सख्त कदम उठाने होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर पूर्वोत्तर के आठ राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर की और वहां के हालात का जायजा लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि चिंता की बात यह है कि लोग हिल स्टेशनों और बाजार स्थलों पर बिना फेस मास्क के यात्रा कर रहे हैं। हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर नजर रखनी होगी क्योंकि ये बहरूपिया है। रोकथाम और उपचार बहुत जरूरी है, इन दोनों से जुड़े उपायों पर ही हमें हमारी पूरी शक्ति लगानी है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। इसके लिए हाल ही में कैबिनेट ने 23 हज़ार करोड़ रु. का एक नया पैकेज भी स्वीकृत किया है। नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों को इस पैकेज से अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने में मदद मिलेगी।
बता दें कि देश के पूर्वोत्तर में अरुणाचल प्रदेश में 5-11 जुलाई के दौरान मामलों में 43.8% की वृद्धि हुई, इसके बाद मिजोरम में 42.9% की वृद्धि हुई। मणिपुर में संक्रमण में 26.6% की वृद्धि हुई, जबकि त्रिपुरा में 7.9% की वृद्धि देखी गई है।