प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऊर्जा आत्म-निर्भरता प्रगति के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा, बैंक खातों में सब्सिडी के प्रत्यक्ष अंतरण से एलपीजी सब्सिडी के मामले में होने वाली गड़बड़ी (लीकेज) बंद हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2.8 लाख से अधिक उपभोक्ताओं ने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी जिससे सरकारी खजाने में करीब 100 करोड़ रूपए की बचत हुई है साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो बाजार मूल्य पर एलपीजी सिलिंडर खरीदने में सक्षम हैं उन्हें रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी छोड़ देनी चाहिए।
मोदी बोले अगले चार साल में एक करोड़ परिवारों को पाइप्ड रसोई गैस प्रदान करने का लक्ष्य जो फिलहाल 27 लाख रूपए है। हमें 2022 तक आयातित ऊर्जा पर अपनी निर्भरता 10 प्रतिशत कम करनी चाहिए जो फिलहाल 77 प्रतिशत है।
प्रधानमंत्री ने कहा, अब तक 12 करोड़ लोगों को सीधे उनके बैंक खाते में रसोई गैस सब्सिडी पहुंचाई जा रही है, यह दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा अभियान है।