फैब इंडिया ने एक बयान में कहा, सबसे पहले तो हम माननीय मंत्री स्मृति ईरानी से माफी चाहेंगे कि उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ा।
बयान में आगे कहा गया, कैंडोलिम-गोवा के स्टोर में जिस कैमरे की बात की जा रही है वह स्टोर में निगरानी व्यवस्था का हिस्सा था और खरीददारी की जगह पर लगाया गया था। ट्रायल रूम सहित स्टोर में कहीं भी कोई भी छुपा हुआ कैमरा नहीं था। ये कैमरे ऐसी जगह लगे हुए हैं जिन्हें हर कोई देख सकता है और सभी स्टोरों में लगे निगरानी कैमरे अच्छी-खासी तरह नजर आते हैं। कंपनी ने दावा किया कि सीसीटीवी कैमरा लगाना एक मानक चलन है जो निगरानी एवं सुरक्षा उपाय के तहत पूरे उद्योग में अपनाया जाता है। पुलिस ने कल से कई और स्टोरों की जांच की है और कैमरे लगाने में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है।
बयान के मुताबिक, फैब इंडिया एक महिला केंद्रित संगठन है और देश और दुनिया भर में हमारे कार्य बल में 70 फीसदी महिलाएं हैं। हम महिलाओं की गरिमा का सम्मान करते हैं और उस पर कायम हैं। हमारे लिए ग्राहक सर्वोपरि है। कंपनी ने कहा, हमारे कर्मचारी और स्टोर मैनेजर सहित हम सभी हरसंभव तरीके से पुलिस का सहयोग कर रहे हैं ताकि मामले की पूरी जांच हो और मामला तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचे। यदि किसी ने शरारत की है तो ऐसे व्यक्ति को कानून के मुताबिक सजा मिलनी चाहिए।
फैब इंडिया ने यह भी कहा कि कंपनी ने तीन प्रतिष्ठित महिलाओं को मामले की जांच के लिए गठित की गई एक टीम में नियुक्त किया है। गोवा में छुट्टियां मनाने गईं स्मृति ने शुक्रवार को कहा था कि जब वह शोरूम में खरीददारी के दौरान ट्रायल रूम में गईं तो उन्हें कैमरा नजर आया। बाद में प्राथमिकी दर्ज की गई और कैंडोलिम स्थित स्टोर के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गोवा की एक अदालत ने आज उन्हें जमानत दे दी।
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