पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान टेंट गिरने के हादसे पर केंद्र की रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में दुर्घटना के लिए ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कई कमियां थीं। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि रैली स्थल के पांच किलोमीटर तक पुलिस नहीं थी, साथ ही एसपीजी को भी पूरा सहयोग नहीं मिला।
केंद्रीय टीम ने यह भी बताया कि प्रधान मंत्री की रक्षा करने वाले विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) प्रधान मंत्री के आंतरिक कमान में सुरक्षा प्रदान करते हैं जबकि बाहरी परतों में सुरक्षा देने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है जिसमें स्थानीय प्राधिकरण कथित तौर पर असफल रहा।
जांच में यह भी पाया गया है कि अग्रिम सुरक्षा संपर्क टीम को उचित सैन्य सहायता नहीं दी गई थी, जिसने प्रधान मंत्री की यात्रा से दो हफ्ते पहले राज्य का दौरा किया था।
इधर, स्थानीय अधिकारियों ने टीम के निष्कर्षों को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि उन्होंने मोदी की रैली के लिए 1,000 कर्मियों को नियुक्त किया था और अग्रिम सुरक्षा दल को सभी सहयोग की पेशकश की गई थी।
गौरतलब है कि 17 जुलाई को पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में हुए पीएम मोदी की रैली के दौरान पंडाल गिरने से कम से कम 90 लोग घायल हुए थे।