इनकम टैक्स विभाग ने आप से पूछा है कि जिन चार कंपनियों ने आप को चंदा दिया था पहली नज़र में वह फ़र्ज़ी नज़र आती हैं। आप को इन्फोलेंस सॉफ्टवेयर, गोल्डमाइन बिल्डकॉन, सन विजन एजेंसीज और स्काईलाइन मेटल एंड अलोइज नाम की कंपनी ने पचास-पचास लाख रुपये के हिसाब से कुल दो करोड़ का चंदा दिया था।
चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से एक कंपनी ऐसी है जिसने कांग्रेस को भी और आप को भी चंदा दिया है। सिर्फ़ चंदे की रकम में कमी है। आप को पचास लाख रुपये का चंदा दिया गया है तो कांग्रेस को दस लाख का।
अब सवाल यह उठता है कि क्यों किसी कंपनी ने आप और कांग्रेस दोनों को चंदा दिया। कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी राजनीतिक साजिश के तहत आप और कांग्रेस के खाते में फर्जी कंपनी के ज़रिए एक ही गुप्त स्रोत से चंदा जमा किया गया हो ताकि इन दोनों दलों को बदनाम किया जा सके। या फिर कोई ऐसा स्रोत था जो भारतीय जनता पार्टी से इतना नाराज़ था कि उसके किसी भी विरोधी को चंदा देने को तैयार हो। क्या इनकम टैक्स विभाग इन दोनों संभावनाओंकी भी जांच करेगा या वह किसी राजनीतिक दबाव से तहत सिर्फ़ पार्टियों से ही तफ्तीश करेगा?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अवाम नाम की संस्था ने आम आदमी पार्टी पर अवैध चंदा लेने का आरोप लगाया था। यह मुद्दा चुनाव के दौरान काफी उछला था। भारतीय जनता पार्टी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की थी और आप पर हवाला के ज़रिए पैसा लेने का आरोप लगाया था।