गुरुवार को मुबंई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डीजल-इलेक्ट्रिक युद्धक पनडुब्बी आईएनएस कलवरी राष्ट्र को समर्पित की।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आईएनएस कलवरी को राष्ट्र को समर्पित करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा, “मैं देश की जनता की तरफ से नौसेना का आभार व्यक्त करता हूं। आईएनएस कलवरी को बनाने में भारतीयों का पसीना और शाक्ति लगी है। ये मेक इन इंडिया का उत्तम उदाहरण है।”
#INSKalvari, first made-in-India Scorpene class submarine commissioned into the Navy pic.twitter.com/ODggsc31wh
— ANI (@ANI) December 14, 2017
पीएम ने बताई ये अहम बातें-
- मैं इसे एक स्पेशल नाम से बुलाता हूं- S. A. G. A. R.- “सागर” यानि सेक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन
- INS कलवरी के निर्माण में लगभग 12 लाख मानव दिवस लगे हैं। इसके निर्माण के दौरान जो तकनीकी दक्षता भारतीय कंपनियों को, भारतीय उद्योगों को, छोटे उद्यमियों को, हमारे इंजीनियरों को मिली है, वो देश के लिए एक तरह से “Talent Treasure” है। ये SkillSet हमारे लिए एक asset है।
- कलवरी के निर्माण में सहयोग के लिए मैं फ्रांस को भी धन्यवाद देता हूं। ये पनडुब्बी भारत और फ्रांस की तेजी से बढ़ती स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का भी एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
बता दें कि आईएनएस कलवारी एक डीजल-इलेक्ट्रिक युद्धक पनडुब्बी है, जिसे भारतीय नौसेना के लिए मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने तैयार किया है। यह स्कॉर्पिन श्रेणी की उन 6 पनडुब्बियों में से पहली पनडुब्बी है, जो भारतीय नौसेना में शामिल होंगी। इसे 'मेक इन इंडिया' पहल की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को फ्रांस की मदद से चलाया जा रहा है।