केंद्रशासित पुड्डुचेरी में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी में दरार बढ़ती जा रही है। अब तक कांग्रेस के चार विधायक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। जिसके बाद कांग्रेस के सामने सत्ता में रहने के लिए चिंता बढ़ गई है। कांग्रेस के चार विधायकों के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कैबिनेट की बैठक की, जिसमें कैबिनेट को भंग करने के एवज में बहुमत साबित करने का फैसला किया गया।
कामराजनगर के विधायक जॉन कुमार के मंगलवार को इस्तीफा देने के बाद प्रदेश की वी नारायणसामी नीत कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गयी है। मुख्यमंत्री के पास अब इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
बता दें की कांग्रेस ने 2016 में तीस सदस्यीय विधानसभा चुनावों में 15 सीटों पर बहुमत हांसिल की थी। वहीं कांग्रेस को तीन डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन भी मिला था, लेकिन अब सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर 10 हो गई है। अब तक चार विधायक इस्तीफा दे चुके हैं और एक को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से बेदखल कर दिया गया है।
इससे पहले सोमवार को यानम के विधायक एवं पूर्व मंत्री मल्लाडि कृष्णा राव ने अपना इस्तीफा दे दिया था। कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष वी शिवाकोलुन्तु को अपना त्यागपत्र सौंपा। सूत्रों के मुताबिक कुमार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में शामिल हो सकते हैं।
इस बीच अन्नाद्रमुक(ईस्ट) एवं विधायक दल के नेता अनबझगन ने नारायणसामी से उनकी सरकार के अल्पमत में होने का हवाला देते हुए इस्तीफे की मांग की है। अनबझगन ने संवाददाताओं से कहा कि दो मंत्रियों समेत पांच कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री की नीतियों से मतभिन्नता के कारण अपने पदों से त्यागपत्र दे दिए हैं जिससे यह सरकार अल्पमत में आ गयी है। उन्होंने जोर दिया कि नारायणसामी को अपने पद बने रहने का अधिकार नहीं है और उन्हें नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। दूसरी तरफ इन घटनाक्रमों पर मुख्यमंत्री की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।