केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शौर्य दिवस पर पहुंचे देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को सीआरपीएफ का असली ‘शौर्य’ देखने का मौका मिला। राजनाथ जब वहां पहुंचे तो लिफ्ट में सवार हुए जो ज्यादा ‘वजन’ की वजह से बीच रास्ते में अटक गई। इस लिफ्ट की क्षमता 3 लोगों की थी, जिसमें 4 लोग सवार हो गए थे। यह लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर से प्रथम तल के बीच फंस गई। राजनाथ सिंह लगभग 5 मिनट तक इसमें फंसे रहे। उन्होंने मदद के लिए लिफ्ट के अंदर लगी घंटी बजाई तब उन्हें और सीआरपीएफ के महानिदेशक समेत चा लोगों को लिफ्ट की छत के जरिये बाहर निकाला गया।
गृहमंत्री की सुरक्षा में हुई इस चूक ने वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री या राष्ट्रपति आदि जब किसी कार्यक्रम में जाते हैं तो संबंधित इमारतों की अच्छे से जांच की जाती है मगर ऐसा लगता है कि इस मामले में यह सावधानी नहीं बरती गई।