दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा कि कभी कभी लोग योग के बारे में चर्चा करते समय कहते हैं कि यह एक धर्म से जुड़ा है। यह कैसे हो सकता है? दुनिया की सबसे बड़ी महासभा- संयुक्त राष्ट्र महासभा में ईसाई, यहूदी और पारसी देशों के अलावा 66 मुस्लिम देशों ने इसका समर्थन किया। संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार है कि एक प्रस्ताव को इस तरह का व्यापक समर्थन मिला है।
दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में गृह मंत्री ने कहा कि यह सफलता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की बदौलत है। उन्होंने कहा कि योग सभी धर्म से परे हैं। योग के अभ्यास से शरीर, चेतना और आत्मा के बीच सामंजस्य, संतुलन और एकात्मकता हासिल करने में मदद मिलती है। इसकी केवल सांस्कृतिक पहचान है न कि धार्मिक। जो लोग एेसा सोचते हैं, उनमें समन्वय, संतुलन और एकात्मकता की कमी है। कार्यक्रम में योग गुरू बाबा रामदेव, केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक सहित कई गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।