गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को लाल किले की प्राचीर से धार्मिक ध्वज फहराए जाने के विरोध में भाजपा द्वारा पंजाब व हरियाणा के कई शहरों में निकाली जा रही तिरंगा यात्रा को तनाव के चलते रद्द करना पड़ा। केंद्र के कृषि कानून के विरोध में तेज हुए किसान आंदोलन के चलते कई शहरोें में तनाव की स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन ने भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही तिरंगा यात्रा रद्द कराई।
पंजाब के लुधियाना,जालंधर,अमृतसर और हरियाणा के जींद,पानीपत और अंबाला में तिरंगा यात्रा रद्द करनी पड़ी। किसान आंदोलन की वजह से तनाव की स्थिति में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा में भाजपा को अपने तमाम कार्यक्रम रद्द करने के निर्देश दिए थे पर 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को लाल किले पर हुडदंग के बीच फहराए गए धार्मिक ध्वज के विरोध में भाजपा ने 30 व 31 जनवरी को तिरंगा यात्राएं निकाले जाने के कार्यक्रम बनाए थे।
पंजाब की औद्योगिक नगरी लुधियाना में भाजपा कार्यकर्ता तिरंगा यात्रा निकालने के लिए इकट्ठे हुए पर मौके पर स्थानीय लोगों और किसानों के भी जमा होने से पुलिस ने मौर्चा संभाल दोनों पक्षों में टकराव टाला, लेकिन उग्र प्रदर्शन व आपत्तिजनक नारेबाजी के चलते करीब एक घंटे तक माहौल तनावपूर्ण रहा।
पुलिस की घेराबंदी से इलाके के बाजारों में लगभग तीन से चार घंटे कारोबार प्रभावित रहा। तिरंगा यात्रा का नेतृत्व करने वाले लुधियाना के भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पेंदर सिंघल की अगुवाई में मंच से भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए तो पहले से ही निगम मुख्यालय की मल्टी-स्टोरी पार्किंग तक पहुंच चुके कई मार्केट एसोसिएशनों से जुड़े कारोबारियों ने भी जवाबी नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच भाजपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश का हवाला देते माहौल न बिगड़ने देने के कारण तिरंगा यात्रा टालने की घोषणा कर दी।
लुधियाना में तनाव के माहौल के बीच भाजपा ने रविवार को जालंधर,अमृतसर और फगवाड़ा में निकाली जाने वाली तिरंगा यात्राएं रद्द कर दी हैं। दिल्ली की ओर भारी संख्या में कूच करते किसानों के बीच हरियाणा के जींद में स्थानीय विधायक कृष्ण मिढ्ढा की अगुवाई में तिंरगा यात्रा भारी पुलिस बल की सुरक्षा के बीच निकाली गई। टकराव की स्थिति को भांपते हुए यात्रा का रुट और समय कम किया गया।