अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के आवास और दफ्तर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। वहीं छापेमारी के दौरान प्रताप सरनाईक के बेटे विहांग को ईडी दफ्तर लाया गया है। सरनाईक वही विधायक हैं जिन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था।
शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृहमंत्री अनिल देशमुख की अवमानना करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में अर्नब के खिलाफ अधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था।
वहीं अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को विधायक प्रताप सरनाईक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी कि ईडी के अधिकारियों ने शिवसेना के विधायक के बेटे विहंग सरनाईकको ठाणे स्थित उनके आवास से हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसी द्वारा मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत ठाणे और मुंबई में सरनाईक से जुड़े 10 स्थानों पर तलाशी की गई है।
अपने विधायक के घर पर ईडी की छापेमारी से शिवसेना ने आलोचना की है। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि केंद्र सरकार अपने विरोधियों को चुप कराने के लिए ईडी, आईटी, सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है। आज की छापेमारी सिर्फ प्रतिशोध है। ईडी केवल केंद्र की सनक और मनमर्जियों को लागू करने के लिए काम कर रही है।
वहीं, छगन भुजबल ने कहा कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक हमेशा बीजेपी के खिलाफ बोलते हैं, यही वजह है कि उनके यहां छापेमारी की जा रही है।