पशुपालन घोटाला मामले में सजायाफ्ता रिम्स ( राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) रांची के पेइंग वार्ड में भर्ती राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का ठिकाना बदल गया है। कोरोना के संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए बुधवार को उन्हें रिम्स निदेश की कोठी यानी केली बंगला में शिफ्ट कर दिया गया। जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन की निगरानी में उन्हें केली बंगला ले जाया गया।
लालू प्रसाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के बंदी हैं मगर उनकी बीमारी को देखते हुए उन्हें लंबे समय से रिम्स में भर्ती हैं। उनकी निगरानी करने वाले डॉक्टर उमेश प्रसाद ने उन्हें निदेशक के बंगले में शिफ्ट करने की सिफारिश की थी, उसके तत्काल बाद रांची के सिटी एसपी सौरभ कुमार ने बीते शुक्रवार को निदेशक आवास का सुरक्षा आदि के नजरिये से मुआयना किया था।
प्रसाद को यहां लाने के बाद बंगले की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अब लालू प्रसाद रिम्स के एक कमरे में कैद नहीं रहेंगे बल्कि पूरी कोठी उनके हवाले है। तीन बड़े-बड़े कमरे, तीन वाशरूम, दो बड़ा डाइनिंग हॉल, एक ड्राइंग रूम, एक बड़ा बरामदा, गैरेज और एक सर्वेंट क्वार्टर भी है। इसके अतिरिक्त एक बड़ा सा लॉन जिसमें भांति-भांति के फूल, फल के पेड़-पौधे हैं। अब कोई इनसे मिलने आयेगा तो वास्तव में इनके वीआइपी कैदी होने के एहसास होगा। लालू प्रसाद किडनी, शुगर, हार्ट आदि की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे में उन्हें कोठी के कैंपस में ही टहलने की भी सुविधा हासिल हो जायेगी।
रिम्स ढाई सौ एकड़ से अधिक में फैला हुआ है। इसके मुख्य भवन के सामने ही, प्रवेश द्वार के करीब रिम्स निदेशक की कोठी है जिसमें अब लालू का पढ़ाव है। रिम्स निदेशक डीके सिंह के चले जाने के बाद यह कोठी एक माह से अधिक से खाली है इसलिए राजद सुप्रीमो को इसमें आने की सुविधा मिल गई।
लालू प्रसाद रिम्स के सौ बेड के पेइंग वार्ड में दूसरे माले पर कमरा नंबर ए 11 में रहते थे। ऊपर के फ्लोर पर कोरोना मरीजों को रखा गया था। लालू जिस फ्लोर पर थे उनके 17-18 कमरों पर इन्हीं के सुरक्षाकर्मियों आदि का कब्जा था। लालू के केली बंगला में चले जाने से इन 18 कमरों में भी कोरोना के मरीज रह सकेंगे। इसे भी कोविड वार्ड बना दिया जायेगा। बीते सप्ताह राजद सुप्रीमो के साथ तैनात चार सेवक कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। लालू प्रसाद की सुरक्षा में तैनात एक एएसआइ की भी इसी सप्ताह हत्या कर दी गई, वह भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। ऐसे में 72 साल के लालू प्रसाद को कोरोना से बचाव के लिए एहतियात बढ़ाने की जरूरत तो थी ही।