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अक्षय तृतीया पर बढ़ी सोने की चमक, जानें आपके शहर में क्या हैं आज के दाम और इस दिन का पौराणिक महत्व

अक्षय तृतीया का पर्व इस वर्ष 30 अप्रैल को पूरे देश में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस खास...
अक्षय तृतीया पर बढ़ी सोने की चमक, जानें आपके शहर में क्या हैं आज के दाम और इस दिन का पौराणिक महत्व

अक्षय तृतीया का पर्व इस वर्ष 30 अप्रैल को पूरे देश में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर सोने की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ रही है, क्योंकि इस दिन सोना खरीदना शुभ और सौभाग्यवर्धक माना जाता है। ‘अक्षय’ शब्द का अर्थ होता है – जिसका कभी क्षय न हो। 

मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन किया गया हर शुभ कार्य चिरस्थायी फल देता है, इसलिए लोग इस दिन विशेष रूप से कीमती धातुएं जैसे सोना और चांदी खरीदना शुभ मानते हैं। इस पर्व के मौके पर देश के प्रमुख शहरों में सोने के दाम अब भी उच्च स्तर पर बने हुए हैं।

मुंबई: 22 कैरेट सोना ₹89,750 प्रति 10 ग्राम, 24 कैरेट ₹97,910 प्रति 10 ग्राम

दिल्ली: 22 कैरेट ₹89,900 प्रति 10 ग्राम, 24 कैरेट ₹98,040 प्रति 10 ग्राम

बेंगलुरु: 22 कैरेट ₹89,750 प्रति 10 ग्राम, 24 कैरेट ₹97,910 प्रति 10 ग्राम

चेन्नई: 22 कैरेट ₹89,750 प्रति 10 ग्राम

हैदराबाद: 24 कैरेट ₹97,910 प्रति 10 ग्राम

अक्षय तृतीया का महत्व केवल सोना खरीदने तक सीमित नहीं है, यह दिन पौराणिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान सूर्य ने द्रौपदी को एक अक्षय पात्र प्रदान किया था जिससे भोजन कभी समाप्त नहीं होता था। यह दिन त्रेता युग की शुरुआत का प्रतीक भी माना जाता है। साथ ही, भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम का जन्म भी इसी दिन हुआ था, इसलिए यह परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।

जैन धर्म में भी अक्षय तृतीया का विशेष स्थान है। मान्यता है कि भगवान आदिनाथ ने वर्षभर का तप पूर्ण करने के बाद इसी दिन गन्ने का रस ग्रहण किया था। इसलिए जैन अनुयायी इस दिन को दान और तप के लिए अत्यंत पावन मानते हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन गंगा नदी स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुई थी, इसलिए इस दिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है।

यह भी माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन किया गया कोई भी दान, यज्ञ, जप, तप और पुण्यकर्म हजार गुना फल देता है। इसी कारण लोग इस दिन अन्न, वस्त्र, जलपात्र और धन का दान करते हैं। किसान इस दिन कृषि कार्य की शुरुआत करते हैं, व्यापारी नई खाता-बही खोलते हैं और कई परिवार विवाह, गृह प्रवेश, नए वाहन या संपत्ति की खरीद जैसे शुभ कार्यों की नींव रखते हैं।

इस तरह, अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा है, बल्कि इसे आर्थिक निवेश के रूप में भी देखा जाता है। यह दिन शुभता, समृद्धि और सकारात्मकता का प्रतीक है। सोने की चमक में जब आस्था और विश्वास की आभा जुड़ जाती है, तो वह खरीदारी खास बन जाती है। इस दिन की गई खरीदारी को घर में स्थायी समृद्धि और सुख का प्रतीक माना जाता है।

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