66 वर्षीय लेखक ने इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव 2016 के दौरान यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, भारत का पाकिस्तान के साथ कोई भी संबंध रखने का मतलब नहीं है, जिसने उसके हाथ-पांव काटे हों।
उन्होंने कहा, जिस दिन आप यह कहने की गरिमा विकसित कर लेंगे कि हम आपसे बात नहीं करना चाहते, हम आपसे व्यापार नहीं करना चाहते, हम आपके साथ संबंध मजबूत नहीं करना चाहते और हम अमन की आशा नहीं चाहते, उसी दिन वे सबक सीखेंगे।
उन्होंने कहा, कोई संबंध नहीं होने का मतलब सिंधु नदी का आपको कोई पानी नहीं मिलेगा। उन्हें अंतरराष्ट्रीय अदालत में जाने दें और भारत को कहना चाहिए कि हमारा एक अपराधी के साथ युद्ध चल रहा है। पाकिस्तानी कलाकारों पर भारत में प्रतिबंध लगाने की विभिन्न राजनीतिक संगठनों की मांगों के बीच फतह ने कहा कि कोई भी आईएसआई की मंजूरी के बिना पाकिस्तान से यहां नहीं आता। उन्होंने कहा, आईएसआई की मंजूरी के बिना कोई यहां नहीं आता। कलाकारों का बचाव कर रहे लोग कहां हैं। वे किसे मूर्ख बना रहे हैं?
उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भी आलोचना की, जिन्होंने वन रैंक, वन पेंशन के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अपना हमला तेज कर दिया है। फतह ने कहा कि उन्हें पहले युद्ध के मोर्चे पर जाना चाहिए और तब बात करनी चाहिए। फतह ने कहा, कोई भी भाषण देने से पहले उन्हें जाना चाहिये और युद्ध करना चाहिए।(एजेंसी)