महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे पर बलात्कार के आरोप लगाने वाली महिला ने शुक्रवार को अपनी शिकायत वापस ले ली है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार महिला ने जांच अधिकारी को बताया कि वह मुंडे के खिलाफ शिकायत वापस ले रही है, लेकिन उसने इसके लिए कोई कारण नहीं बताया। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता को एक शपथ पत्र जमा करने को कहा है।
बता दें कि एक महिला ने मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन में राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाई थी। पीड़ित महिला ने मुंडे पर साल 2006 से शादी का झासा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। वरिष्ठ एनसीपी नेता धनंजय मुंडे बीड जिले के रहने वाले है। उन्होने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया है, उऩका कहना है कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था।
मुंडे पर लगे आऱोपों के बाद भाजपा ने मुंडे से मंत्रिमंडल से इस्तीफे की मांग की थी। हालांकि आरोप साबित नहीं होने पर अब एनसीपी ने मुंडे के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है। वहीं राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुंडे के खिलाफ बलात्कार के आरोप सही होने के बाद सच्चाई का इंतजार करने का पार्टी का फैसला सही था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार ने लिए एनसीपी प्रमुख है। इसके बाद अब वह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का कहना है कि मुझे शिकायतकर्ता महिला के पीछे हटने की जानकारी मिली, लेकिन मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। मुंडे और अधिकारियों के साथ बात करने पर लगा कि सच्चाई को पहले सामने लाने की जरूरत थी। पवार ने कहा कि एमवीए नेताओं के खिलाफ लगाए जा रहे विभिन्न आरोपों के बारे में एक सवाल के लिए, उद्धव ठाकरे सरकार और इसकी लंबी उम्र को कम करने के कथित प्रयास कर रहे हैं। उऩ्हो्ंने आगे कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि सरकार पांच साल तक चलेगी। दिल्ली से लेकर मुंबई तक (सरकार को गिराने के लिए) पहले दिन से ही लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।