योगेंद्र यादव और प्रशांत के साथ ही प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को भी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाल दिया गया है।
मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद कजरीवाल ने परिषद की बैठक में भाषण दिया और मीटिंग छोड़कर चल दिए। जाते-जाते वह गोपाल राय को मीटिंग की अध्यक्षता सौंप गये।
प्रशांत और योगेंद्र ने कहा कि केजरीवाल समर्थकों ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक ठीक तरह से नहीं चलने दी।
मीटिंग से पहले योंगेंद्र यादव परिषद के कुछ सदस्यों को भीतर आने की अनुमति नहीं मिलने पर धरने पर बैठ गए।
इस बीच बैठक परिसर के भीतर और आस-पास बड़ी संख्या में एकत्र हुए पार्टी स्वयंसेवकों के एक बड़े वर्ग ने यादव के खिलाफ लगातार नारेबाजी की।
आप के तीसरे सबसे महत्वपूर्ण अंग राष्ट्रीय परिषद में 350 से अधिक सदस्य हैं। इस बैठक में आप के विधायकों और सांसदों ने भी भाग लिया।