उन्होंने कहा कि पुलिस भीम आर्मी को बदनाम करने के लिए साजिशन उन पर दंगा फैलाने का आरोप मढ़ रही है।
धर्मांतरण के समय पुलिस अधिकारी पहुंचे और दलितों को समझाया। पर उन्होंने नहीं सुनी। चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि भीम आर्मी के गिरफ्तार दलितों को रिहा नहीं किया गया तो सभी दलित हिंदू धर्म त्याग कर बौद्ध धर्म अपना लेंगे।
उल्लेखनीय है कि दलित नेता और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ साजिशन आारोप लगाया जा रहा है। गांव वालों ने पुलिस को लिखकर दिया है कि दलित हिंदू धर्म में सुरक्षित नहीं हैं।