मीडिया के अनुसार वह पढ़-लिखकर महिला पुलिस अधिकारी बनना चाहती है। इससे स्पष्ट होता है कि वह इस घिनौनी घटना का शिकार होने के बाद भी टूटी नहीं है। लड़की ने कहा कि किसी भी नेता के घर में घुसने पर उसको ना चाहते हुए भी अपना मुंंह ढकना पड़ता है। जिससे वह काफी परेशान है। एक काउंसलर ने कहा कि वह पीड़ित और उसके घरवालों को सहानुभूति दे रहें हैं, ताकि वे आपबीती आसानी से उनके साथ बांट सकें।
गाजियाबाद कॉलोनी में पीड़िता के घर में बहुत ही कम लोगों को जाने दिया जा रहा है। वहीं कुछ पुलिस अधिकारी भी बिना वर्दी के घर में नज़र आ रहे हैं। गैंगरेप में पीड़ित लड़की की मां ने कहा कि जो भी लोग अभी उनके समर्थन में खड़े हुए हैं वह उनका विश्वास तभी करेंगी जब सच में अपराधी अंजाम तक पहुंचेंगे और हालात बदलेंगे।
उन्होनें कहा कि कुछ दिनों में ये सब लोग चले जाएंंगे लेकिन हम आरोपियों के खिलाफ सजा चाहते हैं। गैंगरेप को लेकर की जा रही राजनीति और मीडिया के व्यवहार पर मां ने कहा कि वह इस सब से थक चुकी हैं। जिस तरह मामले को मीडिया में दिखाया जा रहा है उसे वह खत्म करना चाहती है। पीड़िता मां ने कहा कि उनको सिर्फ इंसाफ चाहिए। महिला ने कहा कि वह और उसकी बेटी, दोनों की तबियत खराब है।
उन्होनें कहा कि करीब 1 घंटे तक 100 नंबर डायल करने के बाद भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। उन्होनें कहा कि अगर पुलिस वारदात पर थोड़ी जल्दी पहुंच जाती तो शायद वे बच जाते। लेकिन, उनके एक रिश्तेदार के दोस्त द्वारा दूसरे नंबर पर कॉल करने के बाद ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी। मां ने कहा कि जिस डॉक्टर ने मेडिकल जांच की उसका व्यवहार बहुत खराब था। उसने काफी कठारे रुख अपनाया था।