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जेठमलानी ने पीएम मोदी का नाम कोर्ट में घसीटा लेकिन नहीं मिली इजाजत

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच चल रहे मानहानि के केस में अधिवक्‍ता राम जेठमलानी ने कोर्ट में पीएम नरेंद्र मोदी का नाम घसीटने की कोशिश की लेकिन कोर्ट ने इसकी इजाजत नहीं दी।
जेठमलानी ने पीएम मोदी का नाम कोर्ट में घसीटा लेकिन नहीं मिली इजाजत

केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने कोर्ट में जेटली से पूछा कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछने के बाद यह केस दायर किया है और क्या वह मोदी को गवाह बनाना चाहते हैं?

केजरीवाल के खिलाफ 10 करोड़ के मानहानि केस में जेठमलानी ने जेटली से पूछा, 'चूंकि आप कैबिनेट में मंत्री हैं तो आपके लिए सबसे बेस्‍ट विटनेस प्रधानमंत्री को ही होना चाहिए। क्या आप उन्हें गवाह के तौर पर पेश करना चाहेंगे?'

विरोध के बाद कोर्ट ने कहा कि इस सवाल को मंजूरी नहीं दी जाती क्योंकि इस केस में जेटली के गवाहों की सूची पहले से ही दर्ज हैं। जेठमलानी ने यह भी कहा कि मानहानि उसकी होती है जिसकी कोई इज्‍जत होती है। मेरी समझ से जेटली की कोई इज्‍जत नहीं।

जेठमलानी ने कोर्ट में दो घंटे की कार्यवाही के दौरान जेटली से डीडीसीएम में कथित तौर पर 57 करोड़ रुपये के गबन से जुड़े सवाल भी पूछे। जेटली ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि यह पैसा खेल के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर खर्च किया गया था और इसका पूरा हिसाब मौजूद है। 

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