इससे पहले यूबीएल की बोर्ड मीटिंग की अध्यक्षता वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए खुद विजय माल्या ने की। बैठक में शामिल हुए निदेशकों के अनुसार माल्या पर उधारी चुकाने के लिए बैंकों का दवाब लगातार बढ़ता जा रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए माल्या ने कहा है कि उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक को समझौते का नया ऑफर दिया है। उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय माल्या को लंदन से वापस लाना चाहता है। माल्या दो महीने से वही हैं। माल्या ने कहा है कि वह बैंकों के साथ गंभीरता से बातचीत कर रहे हैं और जितनी जल्दी हो सके वह लोन चुकता कर देंगे। माल्या ने कहा कि वह लगातार कोशिश कर रहे हैं कि लोन का भुगतान जल्दी हो जाए और उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। बैंकों ने माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को लोन दिया था और अब वे 9,000 करोड़ रुपये के बकाये को वसूलने में लगे हैं। किंगफिशर एयरलाइंस का कामकाज 2012 में बंद हो गया था।
माल्या लौटने को राजी, चाहते हैं आजादी और सुरक्षा, लोन भी चुकाएंगे
बैंकों के 9000 करोड़ का लोन नहीं चुकाने पर दिवालिया घोषित हो चुके विजय माल्या जल्द भारत लौटना चाहते हैं। लेकिन इसके लिए उन्होंने कुछ शर्त रखी है। मीडिया की खबरों के अनुसार माल्या का कहना है कि उनकी सुरक्षा और आजादी का सरकार को पूरा भरोसा देना होगा।
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