नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार ज्योतिषियों का मानना है कि चुनाव परिणाम चौंकाने वाले होंगे। सभी की खुशियों पर तुषरापात होने की उम्मीद है। चुनाव परिणामों पर ग्रहों की टेढ़ी चाल का असर दिखना तय है।
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य के प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय के अनुसार 11 मार्च को मतगणना के दिन सिंह राशि में चंद्रमा व राहु की युति से ग्रहण योग होगा। ठीक उसी तरह चुनाव परिणाम पर भी ग्रहण लगेगा जैसे चंद्र ग्रहण लगने पर विभिन्न राशियों के लोगों पर असर पड़ता है। केतु नक्षत्र खास तौर पर प्रभावी होगा, जो आकस्मिक और अनुमान से परे होने वाली घटनाओं का कारक है।
ऐसे में सारे पूर्वानुमान और आकलन फेल हो जाएंगे। जिस भी दल या नेता ने वर्चस्व कायम करने का सपना देखा होगा, टूट जाएगा। कुर्सी पाने और कुर्सी से बेदखल होने में शनि-राहु ग्रहों की प्रमुख भूमिका होती है। धनु राशि के शनि और चंद्रमा का प्रभाव किसी सूबे में किसी दल के लिए लाभकारी, वहीं दूसरी जगह चोट पहुंचाने वाला साबित हो सकता है। बेहतर प्रदर्शन से एक-दो दलों का आने वाले समय में सियासी कद बढ़ सकता है।
ज्योतिष शास्त्री एवं वास्तु सलाहकार पं. दीपक मालवीय के अनुसार नामांकन-प्रचार और परिणाम की घोषणा वाले दिन ग्रह नक्षत्रों की स्थिति अलग-अलग हैं। ऐसा बहुत कम होता है। चुनाव की पूरी प्रक्रिया एक ही ग्रह के प्रभाव में पूरी होने से जिस किसी पार्टी या उम्मीदवार का जो प्रभाव पहले दिन, वही अंतिम दिन भी दिखता है। चुनाव परिणाम वैसे ही आते हैं, जैसा जुटने वाली भीड़ को देखकर आकलन होता है। इस बार प्रांरभिक चुनाव प्रक्रिया के दौरान की ग्रहों की स्थिति में काफी परिवर्तन से अप्रत्याशित चुनाव परिणाम आ सकते हैं।
यूपी में लखनऊ को जन्मस्थान मान तैयार की गई कुंडली बताती है कि काउंटिंग पर उलट-फेर कराने वाले ग्रह चंद्र और राहु का असर दिखेगा।