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बिहार टॉपर घोटाले में पांच गिरफ्तार, बोर्ड अध्यक्ष का इस्तीफा

बिहार बोर्ड टॉपर घोटाले को लेकर एसआईटी की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी बीच, बोर्ड के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बोर्ड अध्यक्ष से भी एसआईटी की टीम ने पूछताछ की थी।
बिहार टॉपर घोटाले में पांच गिरफ्तार, बोर्ड अध्यक्ष का इस्तीफा

एसआईटी ने परीक्षा केंद्र जीए कॉलेज के प्रिंसिपल समेत पांच लोगों को पकड़ा है। एसआईटी की टीम बुधवार को हाजीपुर स्थित जीए इंटर कॉलेज पहुंची। वहां इंटर की परीक्षा के दौरान सेंटर सुपरिंटेंडेंट रहीं शैल कुमारी और एक क्लर्क को हिरासत में ले लिया। इसी कॉलेज में बिशुन राय कॉलेज के बच्चों की परीक्षा ली गई थी। मास्टरमाइंड बच्चा राय फरार बताया जा रहा है। वह वैशाली के बिशुन राय कॉलेज का कर्ता-धर्ता है, जहां के बच्चों को अधिकतम अंक मिले थे। दोबारा टेस्ट में ये सभी फेल कर गए। पटना स्थित राजेंद्रनगर बालक उच्च विद्यालय के प्राचार्य विशेश्वर यादव और शिक्षक संजीव सुमन को भी पुलिस कस्टडी में लिया है। यहीं कॉपियां जांची गई थी।

एसआईटी और सीआईडी की टीम ने परीक्षा बोर्ड के दफ्तर में मंगलवार को लालकेश्वर प्रसाद सिंह से घंटों पूछताछ की थी। उसके बाद उनका लैपटॉप जब्त कर लिया था। साथ ही बोर्ड ऑफिस के कई कंप्यूटर भी जब्त किए गए थे। माना जा रहा था कि बोर्ड अध्यक्ष की भी इस मामले में गिरफ्तारी हो सकती है। बुधवार को उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
लालकेश्वर नीतीश कुमार के खास माने जाते थे। इनकी पत्नी जेडीयू की विधायक भी रही है। साथ ही लालकेश्वर प्रसाद सिंह पहले पटना कॉलेज भी प्रचार्य भी रहे हैं। टॉपर स्कैम सामने आने के बाद उन्होंने बिना सरकार से अनुमति लिए न्यायिक जांच आयोग बना  दिया था। उसके बाद सीएम नीतीश ने खुद इसे भंग करने आदेश दिया था। 

इधर, बिहार के विज्ञान और आर्ट्स के टॉपर सौरभ श्रेष्ठ और रूबी राय अपने घर से फरार हैं। इन दोनों टॉपर के साथ एक और छात्र राहुल पर भी केस दर्ज किया गया है। पुलिस जब जांच के लिए रूबी के घर पटना पुलिस पहुंची तो वह वहां मौजूद नहीं थीं। रूबी के घरवालों से पटना पुलिस ने पूछताछ की। विज्ञान का टॉपर सौरभ भी गायब है।

पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में परीक्षा कॉपियों में छेड़छाड़ की बात सामने आई है। पटना के सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया, ‘पहली नज़र में यह पाया गया है कि कॉपियों में छेड़छाड़ की गई है। कुछ अंक और काग़ज़ बदलकर टॉपर घोषित करने की कोशिश की गई।’ जांच में सीआईडी और एटीएस के अधिकारी भी पुलिस की मदद कर रहे हैं। बिहार बोर्ड में टॉपर छात्रों की दोबारा परीक्षा ली गई थी, जिसमें साइंस के दो टॉपर फ़ेल हो गए थे। इसके बाद इन दो पूर्व टॉपर्स समेत चार छात्रों के ख़िलाफ़ मनमाने तरीक़े से रिजल्ट हासिल करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई। 

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