उन्होंने इस मौके पर कश्मीर पर भी बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा है कि कश्मीर में बाढ़ के वक्त सेना के लिए पत्थरबाज भी तालियां बजाते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में बाढ़ आने पर हमारे सैनिक लोगों की जान बचाते हैं, तब लोग उनके लिए तालियां बजाते हैं, पत्थरबाज भी तालियां बजाते हैं, लेकिन बाद में सेना पर पत्थर भी फेंके जाते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यह दौर प्रतियोगिता का है इसलिए चुनौती भी ज्यादा बड़ी है। अगर काम करने के तरीके को बदलेंगे तो चुनौती भी अवसर में बदल जाएगी। पीएम के अनुसार सबसे मेधावी छात्र आईएएस बनते हैं इसलिए उन्हें काम भी उसी हिसाब से करना चाहिए।
पीएम ने कहा कि समर्पण भाव से काम करना चाहिए, काम के दौरान नाम कमाने की इच्छा न होना ही सबसे बड़ी ताकत है। कार्य के दौरान अनुभव बोझ नहीं बनना चाहिए। उन्हों ने कहा कि अफसर चाहें तो गंगा साफ हो सकती है।
पीएम मोदी ने कहा कि वह सोशल मीडिया की ताकत को जानते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं सोशल मीडिया की ताकत को, इसके जरिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है, लेकिन सोशल मीडिया का इस्तेमाल खुद के प्रचार के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि लोगों की भलाई के लिए इसका इस्तेमाल होना चाहिए'।