पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि हथियारों से लैस संदिग्धों को देखने वाले कुछ स्कूली बच्चों से मिले ब्यौरे के आधार पर संदिग्धों के स्केच जारी किए गए। नौसैन्य प्रवक्ता राहुल सिन्हा ने पहले कहा था, ‘‘रिपोर्टों के अनुसार, पठानी सूट पहने पांच से छह लोगों को देखा गया था और वे हथियार लिए हुए थे तथा कमर पर बैग टांगे हुए थे''।
कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि ये संदिग्ध सैन्य वर्दी में थे। नौसेना, तटरक्षक, सीआईएसएफ और त्वरित प्रतिक्रिया बल की मदद से उरण और करांजा इलाकों में खोजी अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन पुलिस को अब तक संदिग्धों का सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस ने कहा कि नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) और राज्य पुलिस की विशेष इकाई फोर्स वन को भी खोज कार्य में लगा दिया गया है। नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त ने पूरी रात शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर स्थिति का जायजा लिया। इलाके में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा कडी निगरानी रखी जा रही है।
मुंबई के तटीय एवं आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। अभी चार ही दिन पहले उरी में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। नौसेना ने निगरानी के लिए अपने हेलीकॉप्टर उतार दिए हैं और पोतों एवं तेज गति की नौकाओं की मदद से समुद्र में गश्त बढा दी है। पुलिस ने कहा कि इन संदिग्धों को सबसे पहले उरण एजुकेशन सोसाइटी स्कूल के कुछ बच्चों ने देखा था। इसके बाद उनके शिक्षक ने पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद पश्चिमी नौसैन्य कमान ने मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और रायगढ तटों के आसपास ‘उच्चतम स्तर का अलर्ट' जारी कर दिया। इन इलाकों में कई संवेदनशील प्रतिष्ठान और संपत्तियां हैं। पश्चिमी भारत का सबसे बडा नौसैन्य अड्डा, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, उर्वरक संयंत्र, रिफाइनरी, बिजली संयंत्र और जेएनपीटी बंदरगाह भी उरण के पास ही हैं। 26/11 के हमलों के बाद से तटीय सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता रही है।