सीबीआई सूत्रों ने कहा कि समूह की योजना इस सेक्टरों को आवासीय टाउनशिप के रूप में विकसित करने की थी और इन्हें पर्ल सिटी का नाम दिया जाना था। कंपनी की वेबसाइट पर दावा किया गया है यह टाउनशिप 500 एकड़ में फैली होगी।
गौरतलब है कि इस समूह पर पांच करोड़ निवेशकों को उनके निवेश पर रिटर्न के रूप में जमीन देने के नाम पर 51,000 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने अपनी छानबीन में यह भी पाया कि समूह के पास चंडीगढ़ में बानुर में भी 750 एकड़ जमीन है। यह क्षेत्र पंजाब के नए संपत्ति हब के रूप में उभर रहा है। इसके अलावा समूह के पास लुधियाना में 400 एकड़ जमीन है। साथ ही उसके पास पंजाब के जिरकपुर में भी अच्छी खासी जमीन है जहां वह निर्मल छाया आवासीय सोसायटी बना रहा था।
जांच एजेंसी ने इससे पहले पाया था कि समूह के पास पॉश कनॉट सर्किल क्षेत्र में 66 कार्यालय हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में उसके पास कई स्थानों पर जमीन है। सूत्रों ने कहा कि मौजूदा बाजार मूल्य के हिसाब से समूह की मौजूदा संपत्तियों का मूल्य हजारों करोड़ रुपये में है। पर्ल समूह के चेयरमैन निर्मल सिंह भंगू तथा तीन अन्य कार्यकारियों को सीबीआई ने 8 जनवरी को निवेशकों को चूना लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।