साल 2016 में सांप्रदायिक हिंसा के देश भर में कुल 703 मामले हुए जिनमें 86 लोगों की जान चली गई।
गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने आज राज्यसभा को बताया कि वर्ष 2014 में देश में सांप्रदायिक हिंसा के 644 मामले हुए जिनमें 95 लोगों की जान चली गई। वर्ष 2015 में सांप्रदायिक हिंसा के हुए 751 मामलों में 97 लोग मारे गए थे। बीते बरस ऐसे कुल 703 मामले हुए जिनमें 86 लोगों की जान चली गई।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा के सर्वाधिक 162 मामले हुए जिनमें 29 लोगों की जान चली गई। कर्नाटक में इस तरह की हिंसा के 101 मामले हुए जिनमें 12 लोग मारे गए तथा महाराष्ट्र में ऐसे 68 मामलों में छह लोगों की जान गई।
एक प्रश्न के लिखित उत्तर में अहीर ने बताया कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सांप्रदायिक सौहार्द संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिनमें अन्य बातों के साथ साथ सांप्रदायिक हिंसा से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए मानक प्रचालन प्रक्रियाएं तय की गई हैं।