रांची से 40 किलोमीटर दूर कांके के पिठोरिया इलाके में रहने वाले किसान कालेश्वर महतो की फसल इस साल बर्बाद हो गयी थी। बैंक द्वारा उस पर कर्ज वापसी का दबाव था। कर्ज नहीं चुका पाने की वजह से उसने मौत को गले लगा लिया।
लिखा सुसाइड नोट
मृतक किसान ने अपने सुसाइड नोट में बढ़ते बैंक कर्ज और फसलों को हुए नुकसान को इसका कारण बताया है। मृतक के भाई ने बताया, “उसने बैंक से 10 हजार का कर्ज लिया था, जब भाई की पत्नी बैंक का कुछ पैसा देने गई तो बताया गया कि लोन बढ़कर 50 हजार से जायदा हो गया है। इस खबर से दवाब में आये भाई कालेश्वर ने आत्महत्या कर ली।”
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने फौरन जांच के आदेश दिए हैं, वहीँ विपक्ष इसे सरकार की नाकामी बता रहा है। झामुमो के नेता हेमंत सोरेन से इसे सरकार की नाकामी कारार दिया है।