उत्तर प्रदेश में गुरुवार को चुनावी कार्यक्रमों में भाग लेकर दिल्ली लौटते वक्त ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के बाद एक बार फिर वे चुनावी मैदान में वापसी कर रहे हैं। इस हमले के बाद सरकार ने ओवैसी को जेट कैटेगरी की सुरक्षा दी थी, लेकिन ओवैसी ने यह कहते हुए इससे इनकार कर दिया कि उन्हें 'ए' श्रेणी का नागरिक बना दिया जाए।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख की खतरे की धारणा का आकलन हापुड़ में गुरुवार शाम की घटना के बाद नए सिरे से किया गया, जब वह 10 फरवरी से शुरू होने वाले चुनाव के लिए चुनाव प्रचार के बाद दिल्ली लौट रहे थे। इस मामले में एक गौतम बौद्ध नगर से और दूसरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा उन पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है।
ओवैसी ने संसद में कहा कि वह नहीं चाहते कि सरकार उन्हें चौबीसों घंटे सीआरपीएफ कमांडो की सुरक्षा मुहैया कराए।
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उन्होंने लोकसभा में कहा, "मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए। मैं आप सभी के समान 'ए' श्रेणी का नागरिक बनना चाहता हूं। मुझ पर गोली चलाने वालों के खिलाफ यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) क्यों नहीं लगाया गया? ... बोलने के लिए, मैं जीना चाहता हूं। मेरा जीवन सुरक्षित रहेगा जब गरीब सुरक्षित होंगे। मैं उन लोगों से नहीं डरूंगा जिन्होंने मेरी कार पर गोली चलाई।"
ओवैसी ने चुनाव आयोग से कल शाम इस घटना की स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करने के लिए कहा था। इसके साथ ही सरकार से उन लोगों पर यूएपीए के कड़े प्रावधानों के साथ आरोप लगाने का भी आग्रह किया और देश में कट्टरपंथ को समाप्त करने की अपील की।
बता दें कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को इस मामले में सदन में बयान देंगे। विधानसभा चुनाव शुरू होने से एक हफ्ते पहले गुरुवार की शाम को हुए हमले में कोई हताहत नहीं हुआ।