बीजेपी सांसद और केंद्रीय मान संसाधन विकास राज्य मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय को उत्तर प्रदेश का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चंदौली से 2014 में लोकसभा सदस्य चुने गए थे। अब वह उत्तर प्रदेश की राजनीति की कमान संभालते दिखेंगे। महेंद्र नाथ पांडे 1997 से 2002 तक उत्तर प्रदेश में शहरी विकास मंत्री भी रह चुके हैं। केशव मौर्य के डिप्टी सीएम बनाए जाने के बाद नए बीजेपी अध्यक्ष को चर्चा तेज हो गई थी। दरअसल प्रदेश अध्यक्ष पद पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कार्यकाल काफी समय पहले पूरा हो गया था लेकिन नए अध्यक्ष की खोज में वह कार्यवाहक के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे थे। आज बीजेपी ने महेंद्र नाथ पांडेय के नाम पर मुहर लगा दी है।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुझे पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता हूं। ये मेरे लिए सम्मान की बात है। यूपी बहुत बड़ा राज्य हैइसलिए मेरी पहली प्राथमिकता होगी पार्टी को और मज़बूत करना। प्रदेश सरकार के कामों के जरिए पार्टी को और ज्यादा मजबूत करना है। मैंने अपने नेतृत्व को कहा है कि मुझे केंद्र सरकार में मंत्री पद से मुक्त किया जा सके, जिसके बाद स्वतंत्र होकर यूपी में पार्टी के लिए काम कर सकूं। पांडेय ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में जो बहुमत पार्टी को मिला हैं उसको बरकरार रखना है।
कौन हैं महेंद्र नाथ पांडेय?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कैबिनेट विस्तार में राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय की छवि संघर्षशील नेता की है। वर्तमान में डॉ. पाण्डेय कमेटी ऑफ रूरल डेवलपमेंट और बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के सदस्य हैं। डॉ महेंद्र नाथ पांडेय इस समय केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री भी हैं।
महेंद्र नाथ पाण्डेय छात्र जीवन से ही आरएसएस से जुड़े हुए हैं। आपातकाल में डॉ. पाण्डेय पांच महीने के लिए जेल भेजे गए। रामजन्म भूमि आंदोलन में मुलायम सरकार ने इन्हें रासुका के तहत निरुद्ध कर दिया था। गाजीपुर (सैदपुर) के पखनपुर गांव के मूल निवासी डॉ. पाण्डेय का जन्म 15 अक्टूबर 1957 को हुआ था। वाराणसी के विनायका के सरस्वती नगर में रहते हैं। एमए, पीएचडी के साथ ही मास्टर ऑफ जर्नलिज्म की भी डिग्री उन्होंने हासिल की। उनकी पढ़ाई वाराणसी में हुई है। सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में वह 1973 में अध्यक्ष चुने गए। वह 1978 में बीएचयू के महामंत्री बने। पहली बार 1991 में वह भाजपा के टिकट पर विधायक बने। भाजपा सरकार में डॉ. पाण्डेय नगर आवास राज्य मंत्री, नियोजन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रदेश में वे पंचायती राज मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे। भाजपा के संगठन में उन्हें क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत प्रदेश के महामंत्री का पदभार भी सौंपा गया।