जांच एजेंसी ने घाटी के अलगाववादी नेताओं के घरों, ऑफिस और उनके कमर्शियल ठिकानों पर छापा मारा। इसके अलावा हवाला ऑपरेटर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। जिन अलगाववादी नेताओं के घरों पर छापे मारे गए, उनमें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के करीबी और रिश्तेदार शामिल हैं। गौरतलब है कि एनआईए ने इस मामले में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के खिलाफ 19 मई को प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी का केस दर्ज किया था, जिसे शुक्रवार शाम को रेग्युलर केस में बदल दिया गया। इसके बाद जांच एजेंसी ने घाटी में अलगाववादी नेताओं के घरों समेत देश में अन्य जगहों पर छापे की कार्रवाई शुरू की।सोर्सेस के मुताबिक, दिल्ली में आठ हवाला डीलर्स और ट्रेडर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। हरियाणा के सोनीपत में भी 2 जगहों पर छापे मारे गए हैं।
पाक से पैसे मिलने की बात कबूली थी
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले एनआईए की पूछताछ में 3 अलगाववादी नेताओं नईम खान, गाजी जावेद बाबा और फारूख अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे ने यह माना था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है। साथ ही इन नेताओं ने हुर्रियत के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात मानी थी आरोप है कि इन्हें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, स्कूलों और अन्य सरकारी संस्थानों को जलाने जैसे विध्वंसक गतिविधियों के लिए लश्कर चीफ हाफिज सईद से पैसा मिलता है। घाटी में सिक्युरिटी फोर्सेस पर पत्थर बरसाने के लिए हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और पाक खुफिया एजेंसी ISI दोनों से फंडिंग होती है।
शब्बीर शाह को नोटिस
इसके साथ ही ईडी ने अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को भी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत नोटिस भेजा है। ईडी ने उसे 6 जून को पेश होने को कहा है। शब्बीर पर हवाला के जरिए करोड़ों रुपए लेने का आरोप है। 2005 में हथियारों और विस्फोटक के साथ पकड़े गए असलम वानी ने यह खुलासा किया था।
बड़े बिजनसमैन के यहां छापा
सुत्रों का कहना है कि एक बड़े बिजनेसमैन के यहा भी छापा मारा गया है। बताया जा रहा है कि इस बिजनेस मैन के बच्चों की शादी में पाक अधिकृत कश्मीर के पीएम सुलतान महमूद और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए थे।