राम मंदिर मामले में मध्यस्थता कर रहे आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। यह मुलाकात मुख्यमंत्री आवास में चल रही है। गुरुवार को अध्यात्मिक गुरु श्री श्री अयोध्या जाएंगे, जहां वह राम मंदिर मामले से जुड़े सभी पक्षकारों से मुलाकात करेंगे।
श्री श्री के प्रतिनिधि स्वामी भव्य तेज ने इस खबर की जानकारी देते हुए बताया कि श्रीश्री रविशंकर 16 नवंबर को सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों से मिलकर श्रीश्री के अयोध्या दौरे के उद्देश्य के बारे में जानकारी दे दी है। गुरुवार को श्रीश्री रविशंकर 11 बजे अयोध्या पहुंचेंगे। वह सीधे मणिराम छावनी जाएंगे और राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह न्यास के सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती, मस्जिद के पैरोकार स्वर्गीय हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी से मुलाकात करेंगे।
Sri Sri Ravi Shankar meets UP CM Yogi Adityanath at the latter's residence in Lucknow. pic.twitter.com/7HJf42qEUk
— ANI UP (@ANINewsUP) November 15, 2017
इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा था कि भगवान राम के बगैर भारत में कोई काम नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भगवान राम हिंदुओं की आस्था के प्रतीक हैं। सीएम ने कहा, राम हमारी आस्था के प्रतीक हैं। वह भारत की पूरी आस्था के केंद्र बिंदु हैं।
वहीं, इस मामले में मध्यस्थता का फैसला करने वाले श्रीश्री रविशंकर ने कहा था कि अयोध्या मंदिर विवाद का समाधान केवल बातचीत से ही हो सकता है। उन्होंने कहा था कि वह अयोध्या जाएंगे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे। सोमवार को उन्होंने कहा, मैं अपनी मर्जी से मंदिर विवाद का समाधान निकालने का प्रयास कर रहा हूं। अयोध्या विवाद का हल केवल बातचीत से ही हो सकता है और इसके लिए वह सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रहे हैं।