दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने शुक्रवार को कहा कि आगामी शीतकालीन सत्र 10 दिन का होना चाहिए ताकि दिल्ली के लोगों से संबंधित ‘‘महत्वपूर्ण मुद्दों’’ को उठाया जा सके। दिल्ली विधानसभा का सत्र 15 दिसंबर से शुरू होकर दो दिन तक चलेगा।विधानसभा सचिवालय ने अपने बुलेटिन में कहा है कि कार्य के आधार पर बैठकों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
अध्यक्ष रामनिवास गोयल को संबोधित एक पत्र में बिधूड़ी ने शीतकालीन सत्र के लिए आवंटित दो दिन को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह सार्थक चर्चा और प्रतिनिधित्व के लिए अपर्याप्त है।
बिधूड़ी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार पर विधानसभा को महज एक प्रक्रियात्मक औपचारिकता के रूप में इस्तेमाल करने और जनता की वास्तविक जरूरतों पर राजनीतिक हितों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। बिधूड़ी के आरोप पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदूषण, सड़कों की खराब स्थिति, ठप विकास परियोजनाएं, वृद्धावस्था पेंशन का लंबे समय तक बंद रहना और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में गिरावट सहित कई गंभीर मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने मांग की कि सत्र को प्रश्नकाल के साथ 10 दिनों तक बढ़ाया जाए।