मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को शाम छह बजे तक दो करोड़ से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में स्नान किया। महाकुंभ की शुरुआत से 13 जनवरी से अभी तक 48.25 करोड़ से अधिक लोग यहां स्नान कर चुके हैं। सभी कल्पवासियों से यातायात नियमों का पालन करने और केवल अधिकृत पार्किंग का उपयोग करने का अनुरोध किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह चार बजे से ही लखनऊ में अपने आधिकारिक आवास में बने वार रूम से मेला क्षेत्र की निगरानी की। उनके साथ डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने माघी पूर्णिमा की बधाई देते हुए 'एक्स' पर कहा, ''महाकुंभ में आज पवित्र त्रिवेणी में पुण्य स्नान हेतु पधारे सभी पूज्य साधु संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। भगवान श्री हरि की कृपा से सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वास हो। मां गंगा, यमुना और सरस्वती सभी के मनोरथ पूर्ण करें, यही कामना है।''

इस बीच, पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने आम श्रद्धालुओं की तरह अपनी पत्नी चेतना रामतीर्थ के साथ संगम में स्नान किया। बिना वीआईपी प्रोटोकॉल के वह पत्नी के साथ नाव पर संगम गए और स्नान के साथ ही सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। इसी तरह, फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी ने भी संगम में डुबकी लगाई और सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं को अद्भुत बताया।

महाकुंभ में शामिल होने आए नार्वे के पूर्व जलवायु एवं पर्यावरण मंत्री एरिक सोलहेम ने महाकुंभ को इतिहास का विशालतम मानव समागम बताते हुए कहा, ''मानव इतिहास में इससे बड़ा कोई आयोजन कभी कहीं नहीं हुआ।''

इस बीच, महाकुंभ मेले में कल्पवास कर रहे करीब 10 लाख कल्पवासियों का संकल्प माघी पूर्णिमा स्नान के साथ आज पूरा हो गया और वे अपने-अपने घरों के लिए प्रस्थान करना शुरू कर रहे हैं।

त्रिवेणी संगम आरती सेवा समिति के संस्थापक और तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्रा ने बताया, “पिछली पूर्णिमा पर कल्पवास का संकल्प लेने वाले कल्पवासियों का संकल्प आज पूरा हो रहा है। उन्होंने एक महीने तक सभी यम, नियम और संयम, आदर्श सात्विक जीवन का अक्षरशः पालन करने, भूमि पर शयन करने, तीन बार स्नान करने, स्वयं भोजन बनाकर एक समय भोजन करने, यथोचित दान करने और गुरु की वाणी का श्रवण करने का संकल्प लिया था।”

उन्होंने बताया, “आज वे मां गंगा का पूजन, दीपदान करके उस संकल्प से मुक्त होंगे और दिशाशूल को देखते हुए अपने घरों के लिए प्रस्थान करेंगे। कोई आज प्रस्थान करेगा तो कोई कल या परसों प्रस्थान करेगा। दो-तीन दिनों में सभी कल्पवासी प्रस्थान कर जाएंगे।”

गोरखपुर से परिवार सहित कल्पवास करने आए मदन गोपाल शुक्ल ने कहा, “आज हमारा कल्पवास पूरा हो रहा है। कल्पवास बहुत अच्छा रहा.. कोई असुविधा नहीं हुई। पिछले चार साल से हम कल्पवास कर रहे हैं। हर साल मैं अपने भीतर के दुर्गुणों को गंगा में समर्पित करने के लिए कल्पवास करता हूं। पहली बार कल्पवास में मैंने (सुर्ती) तंबाकू का सेवन छोड़ दिया और अगली बार कुछ और छोड़ दिया।”

एसएसपी कुंभ राजेश द्विवेदी ने कहा, “श्रद्धालुओं का आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है और हम भीड़ वाली सभी जगहों पर सतर्कता बरत रहे हैं। हमने इस बार सभी व्यवस्थाएं और मजबूत की हैं।”

उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशन चतुर्भुज भी लांच किया है जिसके तहत 2,750 हाईटेक कैमरों, ड्रोन और एंटी ड्रोन से मेले की निगरानी कर रहे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

अधिकारियों के मुताबिक प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के निजी और सार्वजनिक वाहनों को 11 फरवरी को सुबह चार बजे के बाद से संबंधित रूट की पार्किंग में पार्क कराया गया है ताकि शहर में यातायात अव्यवस्था न हो और श्रद्धालु पैदल सुगमता से स्नान घाटों तक पहुंच सकें।

उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने 11 फरवरी की शाम 5:00 बजे से पूरे प्रयागराज शहर को भी 'नो व्हीकल जोन' घोषित किया है। केवल आपातकालीन सेवाओं को इस प्रतिबंध से छूट दी जाएगी।

आंध्र प्रदेश से आए श्रीनिवास ने कहा, “यहां अच्छा लग रहा है। सरकार ने अच्छी व्यवस्था की है। योगी और मोदी जी को बहुत बहुत धन्यवाद। माघी पूर्णिमा पर स्नान करने हर कोई आया है। यहां आकर हिंदू होने पर गर्व की अनुभूति हो रही है।”

एक अन्य श्रद्धालु गायत्री ने कहा, “मैं इस शुभ अवसर पर यहां आकर बहुत खुश हूं। उप्र सरकार ने बहुत अच्छा माहौल तैयार किया है।”

अधिकारियों ने कहा कि प्रदेश के परिवहन विभाग ने अतिरिक्त 1200 शटल बसें मेले के लिए लगाई हैं जो हर 10 मिनट में श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहेंगी।

महाकुंभ मेला 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ संपन्न होगा। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में 30 लोगों की मृत्यु हो गई थी और 60 लोग घायल हो गए थे।