जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पहलगाम आतंकी हमले की निष्पक्ष जांच की पेशकश पर तीखा हमला बोला। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान ने शुरुआत में इस घटना को स्वीकार ही नहीं किया था और उल्टा भारत पर ही इसे अंजाम देने का आरोप लगाया था।
उमर अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा, “पहले तो उन्होंने (पाकिस्तान) यह स्वीकार ही नहीं किया कि पहलगाम में कुछ हुआ है। इसके बजाय वे पहले दिन से यह कहने लगे कि भारत ने खुद यह साजिश रची है। जब वही लोग जो शुरुआत में हमें दोष दे रहे थे और अब इस तरह के बयान दे रहे हैं। तो उनके बयानों पर कुछ कहना मुश्किल है। मैं उनके बयानों पर टिप्पणी करना जरूरी नहीं समझता। जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और ऐसा नहीं होना चाहिए था।”
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकवादी हमले की "निष्पक्ष और पारदर्शी" जांच में सहयोग करने को तैयार है। डॉन अखबार के अनुसार, काकुल में पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी की पासिंग-आउट परेड को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, “पहलगाम में हालिया त्रासदी इस निरंतर दोषारोपण की राजनीति का एक और उदाहरण है, जिसे अब समाप्त होना चाहिए। एक जिम्मेदार देश की भूमिका निभाते हुए पाकिस्तान किसी भी निष्पक्ष, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच में भाग लेने के लिए तैयार है।”
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करना और पाकिस्तान के नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना (SVES) को रद्द करना शामिल है।
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है। जांच में यह भी सामने आया है कि पहलगाम हमले के मुख्य संदिग्ध आदिल अहमद ठोकर ने पाकिस्तान में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया था और अन्य आतंकियों के साथ भारत में घुसपैठ की थी।
बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर फिर से बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी है। पाकिस्तानी सेना ने लगातार दूसरी रात भारतीय चौकियों को निशाना बनाया, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ प्रतिक्रिया दी।