जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले को भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से जोड़ा है। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। इस बीच, एक नया खतरा सामने आया है, जहां पाकिस्तानी हैकर्स ने भारतीय रक्षा वेबसाइट्स को निशाना बनाने की कोशिश की है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान स्थित हैकर्स ने भारतीय रक्षा मंत्रालय और सेना से जुड़ी कई वेबसाइट्स पर साइबर हमले किए। इन हमलों का मकसद संवेदनशील डेटा चुराना और राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करना बताया जा रहा है। रॉयटर्स के मुताबिक भारतीय अधिकारियों ने इन साइबर हमलों को ट्रैक किया और इन्हें पाकिस्तान से संचालित बताया। हालांकि, अभी तक किसी बड़े डेटा उल्लंघन की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसे हमले भविष्य में और बढ़ सकते हैं। भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियां, जैसे CERT-In, इन हमलों को नाकाम करने के लिए 24x7 काम कर रही हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने न केवल आर्थिक और कूटनीतिक कदम उठाए, बल्कि सैन्य तैयारियों को भी तेज कर दिया है। ऐसे में पाकिस्तानी सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तारार ने दावा किया कि भारत अगले 24-36 घंटों में सैन्य कार्रवाई कर सकता है, जिसे भारत ने "निराधार" करार दिया। इस बीच पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
विदेशी मामलों के जानकारों के अनुसार साइबर हमले पाकिस्तान की हताशा को दर्शाते हैं, क्योंकि भारत ने हर मोर्चे पर उसे घेर लिया है। रूस, जापान और अमेरिका जैसे देशों ने भारत के आतंकवाद विरोधी रुख का समर्थन किया है। भारत ने साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ "कड़ा और निर्णायक" जवाब देगा।