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आरजी कर मामला: कनिष्ठ चिकित्सकों का आमरण अनशन छठे दिन भी जारी, एक की हालत गंभीर

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना को...
आरजी कर मामला: कनिष्ठ चिकित्सकों का आमरण अनशन छठे दिन भी जारी, एक की हालत गंभीर

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या की घटना को लेकर न्याय की मांग कर रहे आमरण अनशन करने वाले कनिष्ठ चिकित्सक अनिकेत महतो की हालत ‘‘नाजुक लेकिन स्थिर’’ है। अस्पताल सूत्रों ने यह जानकारी दी।

अनिकेत को रविवार को शुरू हुए अनशन के बाद, उसके बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के गहन देखभाल इकाई (सीसीयू) में उसकी निगरानी कर रहे पांच चिकित्सकों की टीम के एक सदस्य ने शुक्रवार को बताया कि अनिकेत की हालत में सुधार आ रहा है। उन्हें बृहस्पतिवार देर रात सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उन्होंने कहा, "उनकी हालत में सुधार आया है, लेकिन ठीक होने में और समय लगेगा। हमें उन्हें सीसीयू से बाहर लाये जाने की उम्मीद नहीं है और सभी जांच उसी में किए जाएंगे।"

शनिवार रात से आमरण अनशन पर बैठे छह अन्य कनिष्ठ चिकित्सकों के सहयोगियों ने कहा कि उनकी भी तबीयत बिगड़ रही है।

आंदोलनकारी चिकित्सकों में से एक डॉ. देबाशीष हलदर ने कहा, "यह लगातार छठा दिन है, इसलिए स्वाभाविक है कि उनकी हालत बिगड़ेगी। हालांकि वे अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने के लिए दृढ़ हैं।"

अनशन कर रहे किसी भी चिकित्सक की हालत बिगड़ने की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए एस्प्लेनेड में डोरीना क्रॉसिंग के पास एक आईसीयू एम्बुलेंस मौजूद रखी गई है।

हलदर ने यह भी बताया कि नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज में आमरण अनशन पर बैठे दो कनिष्ठ चिकित्सकों की तबीयत बिगड़ रही है।

इस बीच, अनशन स्थल पर समर्थकों की भीड़ एकत्रित हो गई और प्रदर्शनकारी चिकित्सकों के साथ एकजुटता दिखाते हुए "हमें न्याय चाहिए, हम न्याय की मांग करते हैं" का नारा लगाने लगी।

कनिष्ठ चिकित्सक आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पीड़िता (जिसकी दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी थी) के लिए न्याय और स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को तत्काल हटाने की मांग कर रहे हैं।

वे अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाने, स्थायी महिला पुलिस कर्मियों की भर्ती करने तथा चिकित्सक, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने की भी मांग कर रहे हैं।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अनिकेत महतो के इलाज की निगरानी के लिए पांच-सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।

हलदर ने कहा कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों पर पूरी तरह ध्यान नहीं देती तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।

 

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