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महाराष्ट्र में 107 वर्षीय बुजुर्ग मां और 78 साल की बेटी ने जीती कोरोना से जंग, पूरा परिवार था संक्रमित

देशभर में जारी कोरोना महामारी का सबसे ज्‍यादा प्रकोप महाराष्ट्र में ही देखने को मिल रहा है, जितनी...
महाराष्ट्र में 107 वर्षीय बुजुर्ग मां और 78 साल की बेटी ने जीती कोरोना से जंग, पूरा परिवार था संक्रमित

देशभर में जारी कोरोना महामारी का सबसे ज्‍यादा प्रकोप महाराष्ट्र में ही देखने को मिल रहा है, जितनी तेजी से लोग संक्रमित हो रहे हैं, उतनी ही तेजी से लोग इस संक्रमण के बाद ठीक भी हो रहे हैं। कोरोना के अब तक सामने आए मामलों को देखकर ये कहा गया है कि बुजुर्ग लोगों को इससे अधिक खतरा है और एक बार संक्रमित होने के बाद उनका इससे मुक्‍त होना भी इतना आसान नहीं होता क्‍यों‍कि उनकी इम्‍यूनिटी पावर वीक होती है, लेकिन महाराष्ट्र के जालना शहर में एक 107 वर्षीया महिला और उनकी 78 वर्षीया बेटी कोरोना संक्रमण के बाद अब पूरी तरह स्‍वस्‍थ हो चुकी है।

जालना शहर के कोविड अस्‍पताल की जिला सर्जन अर्चना भोंसले के अनुसार 107 वर्षीया महिला, 78 वर्षीया उनकी बेटी, 65 वर्षीय बेटा और 27 और 17 साल के दो पोते कोरोना संक्रमित थे और पिछले एक सप्‍ताह से कोविड अस्‍पताल में इलाज के लिए भर्ती थे। पुराने जालना के मालीपुरा निवासी इस परिवार के सदस्‍य 11 अगस्‍त को कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद अस्‍पताल में भर्ती हुए थे।

सर्जन भोंसले ने बताया कि 107 वर्षीया इस बुजुर्ग महिला की हाल ही में रीढ़ की हड्डी की सर्जरी हुई थी और ऐसे समय में कोरोना संक्रमण को झेलना एक वाकई बड़ी चुनौती थी। वीरवार को पूरे परिवार को स्‍वस्‍थ पाये जाने के बाद अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई। अस्‍पताल के पूरे स्‍टाफ और कर्मचारियों द्वारा पूरे परिवार के सदस्‍यों को गर्मजोशी से विदाई दी गई।

इस परिवार का कहना था कि संक्रमण के बात सुन हम ठीक होने की सारी आशा खो चुके थे, लेकिन ये किसी चमत्‍कार से कम नहीं है। मेडिकल स्‍टाफ के समर्पण के कारण ही हम सबकी जान बच पायी। इस मौके पर उपस्थित जिला कलेक्टर रविंद्र बिनवाडे और जिला पुलिस अधीक्षक एस चैतन्य ने अस्पताल के कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की।   

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