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जोधपुर हिंसा मामले में अब तक 141 गिरफ्तार, 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज, मंत्री बीडी कल्ला ने कही ये बात

ईद वाले दिन राजस्थान के जोधपुर में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा ने माहौल खराब कर दिया है। हिंसा को...
जोधपुर हिंसा मामले में अब तक 141 गिरफ्तार, 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज, मंत्री बीडी कल्ला ने कही ये बात

ईद वाले दिन राजस्थान के जोधपुर में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा ने माहौल खराब कर दिया है। हिंसा को रोकने के लिए जोधपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। स्थिति इतनी ज्यादा भयावाह है कि शहरों की गलियों और छतों पर भी पुलिस के जवान तैनात हैं। इस सिलसिले में अभी तक 141 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि शहर में मंगलवार से लागू कर्फ्यू लगातार दूसरे दिन आज बुधवार को भी जारी रहा। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि शहर में अब शांति है।

राज्य के पुलिस महानिदेशक एम. एल. लाठर ने जयपुर में बताया कि जोधपुर शहर में स्थिति नियंत्रण में है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस हर संभव कदम उठा रही है। लाठर ने बताया कि जिले में शांति और सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में अभी तक कुल 141 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इनमें से 133 को धारा 151 जबकि आठ को अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया गया है।

लाठर ने बताया कि मंगलवार को ईद के दिन हुई हिंसक घटनाओं के सिलसिले में अब तक पुलिस ने चार प्राथमिकियों दर्ज की हैं और लोगों ने आठ प्राथमिकियां दर्ज करायी हैं। उन्होंने बताया कि उपद्रव में 9 पुलिसकर्मियों को चोट आयी है और सभी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन अन्य असैन्य नागरिक भी घायल हुएथे और अब उन्हें भी खतरे से बाहर बताया जा रहा है।

वहीं, इस मामले को लेकर राजस्थान के मंत्री बी.डी. कल्ला ने कहा कि लोगों से अपील है कि जोधपुर का भाईचारा हमेशा प्रसिद्ध रहा है और हमें इस इतिहास को बनाए रखना है। जिस व्यक्ति ने भी गलती की है उसके ख़िलाफ़ कानून अपना काम करेगा और जो निर्दोष है और हिरासत में है, उसे सबूतों के साथ छोड़ा जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि इस मामले में 12 एफआईआर दर्ज़ हुई हैं और 8 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। 151 दंड प्रक्रिया संहिता में 133 व्यक्ति गिरफ़्तार किए गए थे और इसमें जो भी व्यक्ति निर्दोष है उनको छोड़ा जाएगा।

 

वहीं उदयपुर में इस संबंध में सवाल करने पर मुख्यमंत्री गहलोत ने पत्रकारों को बताया, ‘‘जोधपुर में अब शांति है और सद्भावना के प्रयास किए जा रहे हैं।’’

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जोधपुर पहुंचे गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव व अन्य ने स्थिति का जायजा लिया और पुलिस-प्रशासन को मजबूत कानून-व्यवस्था बनाये रखते हुए धारा 144 (निषेधाज्ञा) व कर्फ्यू का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यादव ने कहा, ‘‘दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।’’

उल्लेखनीय है कि सोमवार आधी रात के बाद कथित रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों ने शहर के एक गोलचक्कर पर लगी स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर लगा भगवा झंडा हटाकर वहां इस्लामिक झंडा लगाया जिसका हिन्दुओं ने विरोध किया। दोनों समुदायों के बीच कहासुनी हिंसक संघर्ष में बदल गई और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। घटना में पांच पुलिसकर्मी घायल भी हुए। वहीं मंगलवार सुबह, जालोरी गेट के पास ईदगाह में ईद की नमाज के बाद कुछ लोगों ने वहां खड़े वाहनों, घरों व दुकानों पर पथराव किया।

सोमवार और मंगलवार की घटनाओं के मद्देनजर प्रभावित क्षेत्रों में आला अधिकारियों सहित 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पैतृक जिले जोधपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद की दी गई हैं और शहर के दस थाना क्षेत्रों में बुधवार मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाया गया है।

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