हिमाचल प्रदेश में इस बार मॉनसून की बरसात सामान्य से माइनस 19 फ़ीसदी कम रही है। बरसात के कम रहने के बाबजूद नुकसान ज्यादा हुआ है। मॉनसून की बरसात में 302 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 11 लोग अभी भी लापता है। छोटे से जिला लाहौल स्पीति में सबसे ज्यादा 44 मौत हुई है और यह पहली बार इतनी मौतें हुई। मॉनसून की बरसात से 800 करोड़ का नुकसान प्रदेश को हुआ है। जिसमें सबसे ज़्यादा नुकसान, पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति विभाग व कृषि को पहुंचा है।
ये जानकारी प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा ने दी है। उन्होंने बताया की भूस्खलन, पेड़ गिरने या पानी के बहाब से 578 पशु पक्षियों की इस दौरान मौत हुई। जबकि 800 से ज़्यादा मकानों को या तो नुकसान पहुंचा या फ़िर ढह गए। ओंकार शर्मा ने बताया कि सारे नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट बनाकर केन्द्र को भेजी जाएगी। ये हाल तब है जबकि मौसम विभाग ने हिमाचल में सामान्य मॉनसून रहने का अनुमान लगाया था। मॉनसून तो कम बरसा, लेकिन जान माल का नुकसान कहीं अधिक हो गया।