साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का नारा था- ‘पांच साल केजरीवाल’। दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस नारे के साथ उतरी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में इतिहास रचते हुए यहां की 70 में से 67 में जीत का परचम लहराया। लेकिन, जब बुधवार को पार्टी ने अपनी सरकार के तीन साल पूरे किये उसके बाद उसने नया नारा दिया- सब कुछ संभव है (इवरी थिंग इज पॉसिबल)। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीन साल पूरा होने के मौके पर कहा कि जो पिछले 70 साल में नहीं हुआ वह उनकी सरकार ने पिछले तीन वर्षों के दौरान करके दिखा दिया।
केजरीवाल ने जनता के बीच अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि तीन साल में हमने सारे वादे पूरे किए। केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद उनकी सरकार में सबसे ज्यादा काम हुआ है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया गया है। मोहल्ला क्लीनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील के पत्थर साबित हो रहे हैं। बजट का 25% शिक्षा पर खर्च किया। आपको बता दें कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के आज 3 साल पूरे हो गए हैं। आज से 3 साल पहले 2015 में 14 फरवरी पर 70 में से 67 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी सरकार ने शपथ ली थी।
Q- स्वास्थ्य और शिक्षा में ख़ूब काम हुआ है, दिल्ली की सुंदरता बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा क्या क़दम उठाए जा रहे हैं?
— AAP (@AamAadmiParty) February 14, 2018
A-PWD की 500 Km की सड़कों की Landscaping कर उनके दोनों तरफ़ पौधारोपण किया जाएगा।सड़कों की Resurfacing करायी जाएगी,जिस से उनकी सुंदरता बढ़ेगी।#3YearsOfAAPGovernance pic.twitter.com/r5HTHo1ure
उन्होंने कहा कि हम हेल्थ में 3 टियर सिस्टम ला रहे हैं। पहला मोहल्ला क्लिनिक, दूसरा पॉली क्लिनिक और तीसरा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल। अब तक 164 मोहल्ला क्लिनिक बनकर तैयार हो चुके हैं और 786 मोहल्ला क्लिनिक बन रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि हम प्राइवेट अस्पतालों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम ये चाहते है की सरकारी अस्पतालों की कैपेसिटी इतनी बढ़ा दी जाएं की प्राइवेट अस्पतालों में जाने की जरुरत ना पड़े। दिल्ली के सीएम ने कहा कि जनता टैक्स देती है तो उसे भी कुछ न कुछ मिलना चाहिए, हमारी सरकार इस पर काम कर रही है की अगर कोई बच्चा दिल्ली में पैदा होता हैं तो उसकी शिक्षा और स्वास्थ्य का सारा खर्चा दिल्ली सरकार का होगा।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कुल बजट में स्वास्थ्य पर ढाई प्रतिशत खर्च होता है। राजस्थान में साढ़े चार प्रतिशत होता है लेकिन दिल्ली में हम 12% खर्च करते है क्योंकि हमारी सरकार के पास इच्छा शक्ति है। उन्होंने कहा कि जब हम आंदोलन में थे तब लोग कहते थे की सारी कमाई तो बिजली और पानी के बिल में चली जाती है, लेकिन जब से हमारी सरकार आई है तब से हमने बिजली के बिल नहीं बढ़ने दिए। 2010 में 400 यूनिट खर्च करने पर 1340 रुपये आता था। 2014 में 2040 रुपये आता था और 2017-18 में अब 1170 रूपये आता है।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में 70 सालों में दिल्ली में 10,000 बेड थे। इस साल के अंत तक 3,000 बेड्स और तैयार हो जाएंगे और अगले साल तक 2,500 बेड्स तैयार हो जाएंगे। हम चार साल में पिछले 70 साल के मुताबिक 50% बेड्स बढ़ा देंगे।
केजरीवाल ने कहा, दिल्ली के अंदर 26 पॉली क्लीनिक खुल चुके हैं। 94 पॉली क्लीनिक के लिए जमीन देखी जा चुकी है, उनके लिए पैसा भी जारी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमें यह लगता है की अगर देश के लोगों को तैयार कर दिया गया तो वो देश को बहुत ऊंचाई तक ले जा सकते हैं इसलिए हमने यह तय किया कि हम सबसे ज्यादा खर्चा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में करेंगे।
इससे पहले दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अनशुल प्रकाश ने कहा कि मैं दिल्ली सरकार की ओर से आपका हार्दिक स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार जनसंख्या 2 करोड़ के लगभग है और एनसीआर को मिला लें तो और ज्यादा लोग रोजाना आते जाते हैं। 1.4% देश की जनसंख्या है और 5% जीडीपी शेयर है। उन्होंने कहा कि जगह के हिसाब से दिल्ली में आबादी बहुत ज्यादा है, जिससे गवर्नेंस का चैलेंज बढ़ जाता है। ह्यूमन इंफ्राट्रक्टर एजुकेशन, हायर एजुकेशन में वृद्धि हुई है और सरकार का सबसे प्राथमिक एरिया रहा है। सोशल इंफ्राट्रक्टर में हेल्थ है और इस क्षेत्र में काम हुआ है। अस्पतालों में सुधार हुआ है। बुजुर्गों की पेंशन हमने बढ़ाई है। संख्या में भी इजाफा हुआ है। राशन के वितरण में सरलता लाई गई है। बेसिक इंफ्राट्रक्टर, पानी और सड़क पर काम हुआ है। पानी 83% जनसंख्या को पाइप वाटर पानी मिल रहा है। सीवेज में काम हो रहा है। ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी हमारा फोकस है। प्रदूषण के लिहाज से मॉनिटरिंग स्टेशन ज्यादा किए हैं। हर रोज़ एक घण्टे अधिकारी जनता से मिल रहे हैं। आउटकम बजट और मॉनिटरिंग पर हमारा ध्यान रहा है। 3 साल की बधाई, आगे के सालों के लिए बधाई।
इस मौके पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि तीन साल पहले दिल्ली के लोगों ने एक ईमानदार सरकार बनाई थी। अब एक-एक पैसा जनता के विकास पर ख़र्च हो रहा है - बिजली, पानी, स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, सड़कें, फ़्लाइओवर पर।