इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला 28 दिसम्बर सोमवार को सुबह 11 बजे राई के विश्राम गृह से हजारों किसानों के साथ सिंघु बार्डर पर किसान आंदोलन को समर्थन देने जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी श्री चौटाला ने गत नौ दिसम्बर को टिकरी बॉर्डर पर पहुंचकर किसान आंदोलन को समर्थन दिया था। राठी ने कहा कि किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश की राजधानी की सीमा पर गत एक माह से आंदोलनरत है। उन्होंने कहा कि श्री चौटाला आंदोलन के पहले दिन से ही कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के पक्ष में खड़े हैं और उनकी आवाज हर मंच पर उठा रहे हैं। क्याेकि श्री चौटाला स्वयं खेती करते हैं और किसान के हर दर्द को समझते हैं इसलिए राजनीति से ऊपर उठकर एक किसान के नाते हरसम्भव मदद कर रहे हैं।
इससे पहले इनेलो के प्रधान महासचिव एवं विधायक अभय चौटाला ने कहा था कि ऐसे लोगों ने कृषि कानून बनाए हैं, जिनका खेती से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। जनता को अपने मन की बात सुनाने के बजाय देश के प्रधानमंत्री को जनता की बात सुननी चाहिए, ताकि देश की जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सके। अभय ने कहा कि जिन किसानों ने कभी इन कृषि कानूनों की मांग नहीं की, उन पर जबरदस्ती इन कानूनों को थोपना कहां का इंसाफ है।