बिहार में गुरूवार को आकाशीय बिजली गिरने से भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। तेज बारिश और हवा के साथ आकाशीय बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। मौसम विभाग ने पहले ही गुरुवार और शुक्रवार को मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।
कुल 38 जिलों में से 23 जिलों में आकाशीय बिजली का कहर दिखा है। सबसे ज्यादा गोपालगंज में 13 लोगों की मौत हुई है। वहीं मधुबनी-नवादा में 8-8 लोगों की मौत हो गई है। दरभंगा और बांका में भी 5-5 लोगों की जान चली गई है।
कई राज्यों में दस्तक दे चुका है मानसून
तबाही के बीच भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। बिहार के लिए 72 घंटे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा, "अगले तीन दिनों में असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। बाढ़ की संभावनाएं भी हैं। इसलिए हमने राज्य और केंद्र सरकार को सूचित किया है। वहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है।
पीएम मोदी ने की संवेदना व्यक्त
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।